डीएम साहिबा एक नजर इधर भी 


गाज़ीपुर। बिरनो थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेबुआ चट्टी पर फर्जी हॉस्पिटल शिव नर्सिंग होम पर प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गयी मिली। जानकारी के अनुसार सोना देवी पत्नी नागेन्द्र राजभर उम्र 20 वर्ष ग्राम बजहा थाना जहानागंज आजमगढ़ प्रसव के लिए सोना देवी बिरनो थाना क्षेत्र के भैरोपुर गांव स्थित आपने  मायका आई हुई थी जहां ढेबुआ चट्टी पर फर्जी तरीके से संचालित शिव नर्सिंग होम पर भर्ती कराई गई गुरुवार की रात में आपरेशन से लड़का पैदा हुआ और डाक्टर की लापारवाही से आपरेशन के दौरान सोना देवी का तबियत बिगड़ने लगा और ज्यादा ब्लड गिरने से मौत हो गई सोना देवी के पति नागेन्द्र दिल्ली में रह कर प्राइवेट नौकरी कर जीवन यापन करते वही परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल है वही परिवार के लोगों द्वारा झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई है मौके पर पहुंचे बिरनो थानाध्यक्ष राजेश बहादुर सिंह ने परिवार के लोगों से मिल कर तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज की बात कही वहीं प्रसव के दौरान महिला की मौत के बाद शिव नर्सिंग होम की संचालिका ताला बंद कर पुरे कर्मचारियों संग मौके से फरार हो गई ग्रामीणों के अनुसार बिरनो, मनिहारी मरदह जंगीपुर क्षेत्र में दर्जनों फर्जी नर्सिंग होम व झोलाछाप स्वास्थ्य विभाग के मेहरबानी से संचालित हो रहा है प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी गाजीपुर जनपद फर्जी नर्सिंग होम संचालक व झोलाछाप डॉक्टरों की चांदी कट रही है वहीं विभाग की मिलीभगत से रोजाना झोलाछाप नर्सिंग होम संचालक लोगों की जान ले रहे हैं लेकीन घटनाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम व झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती जो संदेह के घेरे में है। इस संबंध में मनिहारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीछक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है ऐसे फर्जी हॉस्पिटलों को चिन्हित कर सीज करने और दण्डनात्मक कार्यवाही की प्रक्रिया की जायेगी। इससे पूर्व में भी बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह ने फर्जी हॉस्पिटलों को चिन्हित कर मौजूदा जिलाधिकारी को पत्र लिखा था और आश्चर्य की बात यह है कि आला अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगा। वही ऐसी घटनाओं के घटित हो जाने के बाद लूट और भ्रष्टाचार से अकूत संपत्ति खड़ा करने वाले हॉस्पिटल संचालक मृतक के परिजनों को पैसा का लालच देकर मामले को रफा-दफा करने की भरपूर कोशिश करते हैं और वह कभी-कभी सफल भी हो जाते हैं लेकिन विभाग की अनदेखी और प्रशासन के नाक के नीचे चल रहा यह जनता के जिंदगी के साथ खिलवाड़ सवाल के घेरे में है।