गाजीपुर ।

गाजीपुर के सिटी रेलवे स्टेशन पर पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 41 हजार करोड़ रुपए की रेल परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन किया गया जिसमें 20 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और रुपए 16.63 करोड़ रुपए का लोकार्पण किया गया ।

इस अवसर पर भाजपा के नेताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ उत्तर प्रदेश के मंत्री अनिल राजभर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, उनके साथ मंच पर बसपा सांसद और सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी भी मंच से मौजूद रहे , पीएम के उद्बोधन से पहले मंत्री अनिल राजभर ने सरकार के कामों की तारीफ करते हुए विकसित भारत के संकल्प को दोहराते हुए मंच से अफजाल अंसारी की मौजूदगी में कहा कि पूर्वांचल में गुंडे माफिया छाती पर चढ़ कर नंगा नाच किया करते थे लेकिन योगी आदित्यनाथ जी द्वारा दस लाख करोड़ की परियोजनाओं को धरातल पर उतारा गया है जिसमें 29% से ज्यादा सिर्फ पूर्वांचल की धरती पर खर्च हो रहा है। इसके बाद सांसद अंसारी को बोलने का जब अवसर नहीं मिला तो पीएम संबोधन के पहले ही वे उठकर कार्यक्रम से चलते बने, बाहर मीडिया ने उन्हें घेर लिया तो उन्होंने इस कार्यक्रम पर चुटकी लेते हुए कहा कि जो पीएम महोदय ने आज लोकार्पण किया है उसके सापेक्ष गाजीपुर को कुछ नहीं मिला है। आज 41 हजार करोड़ के सापेक्ष गाजीपुर को मात्र साढ़े सोलह करोड़ की ही परियोजनाओं का लोकर्पण हुआ है, जो बहुत कम है। उन्होंने भाजपा के विकास पर अकबर बीरबल का एक हास्य सुना कर देश में हो रहे विकास की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि अब आप ही लोग सोचिएगा कि क्या विकास हो रहा है ।

वहीं अनिल राजभर ने पीएम द्वारा लोकार्पित परियोजना की तारीफ करते हुए कहा कि अभी तो ये झलक है, सभी आनंदित हैं, उन्होंने मीडिया के सवाल पर अफजाल अंसारी की टिप्पणी पर कहा कि सबका अपना अपना नजरिया है, शायद उन्हें पता नहीं है कि पूरे भारत देश में 41 हजार करोड़ के सापेक्ष गाजीपुर को लगभग 20 करोड़ की सौगात मिली है जो पूर्वांचल में सर्वाधिक है। उन्होंने मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए अफजाल अंसारी के फिर से जीतने के दावों पर कहा कि आसमान की तरफ देख कर थूकने वालों का क्या हश्र होता है, वहीं भाजपा और मोदी को रावण और मारीच बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आप सभी को पता है कि असल रावण कौन है, अपराधिक मुकदमों में पाबंद कौन है ये किसी से छिपा नहीं है, उन्होंने अफजाल अंसारी पर चुटकी लेते हुए मीडिया से कहा कि ऐसे लोगों को बहुत गंभीरता से नहीं लेना चाहिए ।