गाज़ीपुर -   गौशाला निर्माण लापरवाही बरतने और उच्चाधिकारियों को बिना बताए मोबाइल बंद कर गायब रहने वाले बिरनों के ग्राम पंचायत सचिव  मनीष कुमार गोंड़ को महंगा पड़ गया। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देश पर जिला विकास अधिकारी ने वीडीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जिलाधिकारी ने करीब तीन माह पहले सभी 16 ब्लाकों में एक-एक गोशाला निर्माण कराने का निर्देश दिया था। अधिकांश ब्लाकों में लगभग गोशाला तैयार हो चली है, लेकिन बिरनो ब्लाक में निर्माण पूरा नहीं हो सका है।

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बिरनो में जहां गोशाला तैयार किया जा रहा है, उसके पास से नहर बहती है। एक जगह नहर टूट जाने के कारण नवनिर्मित गोशाला में पानी भर गया। यहां तैनात बिरनो ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम पंचायत सचिव मनीष कुमार गोंड ने न तो पानी निकासी की व्यवस्था की और न ही टूटी नहर की विभाग के माध्यम से मरम्मत कराई। यहां तक कि उच्चाधिकारियों को भी इससे अवगत नहीं कराया। शिकायत मिलने पर अधिकारियों ने मनीष गोंड से संपर्क करने की कोशिश की तो उनका मोबाइल बंद मिला। इससे जिलाधिकारी काफी नाराज हुई। शासन की प्राथमिकता में है गोशालाशासन का सख्त निर्देश है कि सड़कों पर व खेतों में बेसहारा पश नदिखें। इन्हें गोशालाओं में रखा जाए। इसके तहत डीएम ने तीन माह पूर्व निर्देश दिया था कि प्रत्येक ब्लाक में एक-एक गोशाला बनाई जाए। जहां बेसहारा पशु रखे जाएंगे, ताकि किसानों का फसल सुरक्षित रहे और पशु सड़कों पर न घुर्मे। जिलाधिकारी की सख्ती के बावजूद बिरनो में लापरवाही की गई।अधिकारी ने गोशाला निर्माण में लापरवाही बरती है। जबकि एक सप्ताह में ही गोशाला को पूर्ण करना था। उनका मोबाइल भी बंद है। डीएम के निर्देश पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।