गाजीपुर ,जमानियां। सम्राट अशोक क्लब की ओर से शुक्रवार को लटिया गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी लटिया महोत्सव का आयोजन किया गया। भारत लेनिन अमर शहीद बाबू जगदेव प्रसाद के जन्म दिवस के अवसर पर सम्राट अशोक क्लब के 28 वीं संगीति मनाई गई। जिसमें नेपाल से सम्राट अशोक महान की पुत्री राजकुमारी चारुमती के वंशज परमानंद शाक्य और पुत्रवधू अनिता शाक्य ने शिरकत की। कार्यक्रम में विभिन्न प्रांतों से आये  लोगों की भीड़ लगी रही "

क्लब के 28 वीं संगीति के अवसर पर नगर के सम्राट अशोक रोड मोड़ स्थित अशोक स्तम्भ प्रवेश द्वार पर मुख्य अतिथि परमानंद शाक्य‚ अनिता शाक्य को विधायक प्रतिनिधि मन्नू सिंह‚ ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा ने स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र‚ पुष्प गुच्छे तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया। क्लब के सदस्यों ने मानव श्रृंखला बना कर उन्हें कार्यक्रम स्थल पर ले गए। लटिया गांव कार्यक्रम स्थल के पास  अशोक स्तंभ के नीचे मुख्य अतिथि द्वय ने पंचशील दीप प्रवज्जलवन किया। जिसके बाद कार्यक्रम स्थल पर एसडीएम डॉ हर्षिता तिवारी ने तिरंगा झंडा तथा अन्य अतिथियों ने पंचशील ध्वज, सम्राट अशोक क्लब के ध्वज को फहराया और राष्ट्रगान हुआ। मुख्य अतिथि द्वय ने भगवान बुद्ध एवं सम्राट अशोक के चित्र पर पुष्प और दीप प्रज्जवल कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। आयोजकों द्वारा मंच पर पहुंचे अतिथियों को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर स्वागतच किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेपाल से पहुंचे परमानंद शाक्य ने कहां कि भगवान बुद्ध के संदेशों ने दुनिया का बहुत कल्याण किया है। बहुत ही भाग्यशाली देश है जहां भगवान बुद्ध ने जन्म लिया और इस पूरे विश्व में भगवान बुद्ध की लोगों ने शिक्षा ग्रहण किया और हमारा सौभाग्य है कि भगवान बुद्ध की धरती पर आने का मौका मिला सम्राट अशोक क्लब भगवान बुद्ध के संदेशों एवं सम्राट अशोक के लोक कल्याणकारी नीतियों को घर घर पहुंचा रहा है जो सराहनीय है। मुख्य अतिथि अनिता शाक्य ने कहा कि किसी भी देश का संविदान राष्ट्र की एकता और अखण्डता एवं आपसी भाई चारा को अपने कार्यो एवं बयानों से अपमानित या खंडित करने की इजाजत नही देता। पूज्य भिक्खु धम्म सरन ने कहा कि भगवान बुद्ध की निति व उपदेशों को अक्षरशह पालन करें और आपसी भाईचारे बनाये रखें। वही राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता सच्चिदानन्‍द मौर्य ने कहा कि भारतीय संविधान प्रत्‍येक नागरिक को राष्‍ट्रीय धर्मग्रंथ के रूप में पढा जाना चाहिए। आपसी भाईचारा व अखण्‍डता के लिए इसी धर्मग्रंथ की जरूरत है। उन्‍होने सभी से राष्‍ट्र के प्रति एक जुट रहने का आहवाहन किया और राष्ट्रीय प्रतिको का संम्‍मान जरूरी बताया। आयोजन समिति के अध्यक्ष धनंजय मौय ने कहा कि भारतीय संविधान की मूलभावना का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। गौतम बुद्ध ने अपने जीवन में कई ऐसे अनमोल उपदेश दिए है। जिनको मानने से आप अपने जीवन में कई सफलताओं को प्राप्त कर सकते है। ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा ने कहा कि सम्राट अशोक क्लब द्वारा आयोजित लटिया महोत्सव का यह कार्यक्रम देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने की बात कहती है। मुख्य वक्त्ता डॉ सच्चितानंद मौर्य ने कहा कि आज यह देश जिस संविधान से चलता है आज उसी देश के अधिकतर नागरिक अपने संविधान के बारे में नहीं जानते।आज समाज में धार्मिक उन्माद जैसा माहौल बना हुआ है ऐसे में सम्राट अशोक के लोक कल्याण नीतियों का प्रासंगिता बढ़ गयी है। इस असवर पर विशिष्ठ अतिथि मधू सिंह‚ संजय प्रसाद‚  डॉ रविन्द्र मौर्य, विकास मौर्य‚ विनरेन्द्र मौर्य‚ आलोक मौर्य‚ कृष्णा सिंह, विशाल मौर्य‚ भानू प्रताप मौर्य‚ कविन्द्र मौर्य‚ विजय शंकर‚ जीएस कुशवाहा‚ विग्गन कुशवाहा‚ मान सिह मौर्य‚ राजू मौर्य‚ प्रदीप‚ सिनहासन कुशवाहा‚ राहुल मौर्य आदि सहित विभिन्न प्रांतों से आये लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता डा दीनानाथ मौर्य व संचालन जीवनदीप मौर्य ने किया। उपदेश दिए है। जिनको मानने से आप अपने जीवन में कई सफलताओं को प्राप्त कर सकते है। ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा ने कहा कि सम्राट अशोक क्लब द्वारा आयोजित लटिया महोत्सव का यह कार्यक्रम देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने की बात कहती है। मुख्य वक्त्ता डॉ सच्चितानंद मौर्य ने कहा कि आज यह देश जिस संविधान से चलता है आज उसी देश के अधिकतर नागरिक अपने संविधान के बारे में नहीं जानते।आज समाज में धार्मिक उन्माद जैसा माहौल बना हुआ है ऐसे में सम्राट अशोक के लोक कल्याण नीतियों का प्रासंगिता बढ़ गयी है। इस असवर पर विशिष्ठ अतिथि मधू सिंह‚ संजय प्रसाद‚  डॉ रविन्द्र मौर्य, विकास मौर्य‚ विनरेन्द्र मौर्य‚ आलोक मौर्य‚ कृष्णा सिंह, विशाल मौर्य‚ भानू प्रताप मौर्य‚ कविन्द्र मौर्य‚ विजय शंकर‚ जीएस कुशवाहा‚ विग्गन कुशवाहा‚ मान सिह मौर्य‚ राजू मौर्य‚ प्रदीप‚ सिंहासन कुशवाहा‚ राहुल मौर्य आदि सहित विभिन्न प्रांतों से आये लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता डा दीनानाथ मौर्य व संचालन जीवनदीप मौर्य ने किया।