डीपीआरओ अंशूल मौर्य ने दिया जांच के निर्देश


गाजीपुर। दिव्यांग के लिए बनाए जा रहे शौचालय अपूर्ण लेकिन निकल गई धनराशि के मामले में डीपीआरओ अंशूल मौर्य ने संज्ञान लिया है।

आपको बताते चलें कि एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस  की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ अधिकारी हैं कि भ्रष्टाचार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। दिव्यांगों के लिए शौचालय का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ, फिर भी धनराशि निकल गई। जबकि कागजों में शौचालय का निर्माण पूरा दिखाया जा रहा है। करीब एक वर्ष बाद भी अधिकारियों की नजर इस तरफ नहीं पड़ी। इससे दिव्यांग छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

यह है पूरा मामला - 

दरअसल मनिहारी विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय चकमहताब में दिव्यांग शौचालय में न तो अभी शीट बैठी है। और न ही दिव्यांगो के लिए रेलिंग लगी है। ग्राम पंचायत के निधि खाते से एक लाख 36 हजार रुपये ग्राम प्रधान अखिलेश कुमार शांत द्वारा पैसा उतार लिया गया है। इस पूरी बात को सुनते ही ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार घबड़ाने लगे की अब तो पोल खुल जाएगी लेकिन सच्चाई तो सच्चाई ही है। कुछ वार्ता के पश्चात ग्राम विकास अधिकारी ने खुद कबूल किया और कहा कि बहुत जल्द दिव्यांग शौचालय का कार्य पूरा कराया जाएगा।

जिसकी पुष्टि ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार ने मीडिया से खुद किया।

सरकारी धन की हुई बंदर बांट- 

चकमहताब ग्राम सभा के प्राथमिक स्कूल में शौचालय अधूरा पड़ा है। अभी तक दिव्यांग शौचालय में सीट नहीं बैठी है। और न ही स्टील की रेलिंग लगी है। अभी शौचालय अपने पूरा मानक को पूरा नहीं किया है। ग्राम सभा में जमकर सरकारी धन की बंदर बांट हुई है। दिव्यांग बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

वर्जन- 

आपके द्वारा  मामला संज्ञान में लाया गया है। साक्ष्य हमारे व्हाट्सएप नंबर पर भेज दीजिए। यदि ऐसा हुआ है तो बहुत ग़लत है। मामले की जांच कराकर दोषियों के ऊपर कठोर कार्यवाही की जाएगी- अंशुल मौर्य, डीपीआरओ गाजीपुर