गाज़ीपुर/ मरदह। गोविंपुर किरत गांव में बिजली विभाग के रवैया से ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है। नया मामला 2022 का बताया जा रहा है। ग्रामीणों की समस्या को लेकर बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बिजली विभाग के मुख्य अभियंता को समस्या से अवगत कराया था।  जिसमे संस्था के जिलाध्यक्ष राकेश यादव,  कोषाध्यक्ष सावित्री मौर्य, सचिव संतोष गुप्ता के नेतृत्व में मौक़े का निरीक्षण किया गया था। आवेदन को मुख्य अभियंता ने स्वीकार भी किया व तत्काल जेई शैलेंद्र ओझा को स्टीमेट बनाने को कहा। लेकिन जेई की नाकामियों के वजह से दो वर्ष बाद भी स्टीमेट नही बन सका, वही ग्रामीणों ने जेई पर कई गंभीर आरोप लगाया ग्रामीणों का कहना है कि जेई शैलेन्द्र ओझा बिना पैसा लिए काम नही करेंग।
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ग्रामीणों ने दो वर्ष पूर्व दिए आवेदन को दिखाते हुए बताया कि अगर जेई को हमारी चिंता होती तो इतना लंबा समय नही लगता। वही दूसरा मामला भी गोविन्दपुर का ही सामने आया जहाँ पर जेई शैलेंद्र ओझा की लापरवाही देखने को मिली ग्रामीणों का कहना है कि दो साल से भी अधिक समय से गांव में पांच पोल पर अर्थिंग का तार ही लाईमैन अपने साथ ले गए। ग्रामीण बार- बार जेई को इसकी सूचना दिए लेकिन जेई शैलेन्द्र ओझा ने एक न सुनी वीडियो वायल होने के बाद बिजली विभाग के मुख अभियंता से इस विषय पर पूछा तो उन्होंने बताया कि मामला  संज्ञान में आया है, जांच उपरांत कार्यवाही की जाएगी।