मनिहारी।  जिले में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था का काफी बुरा हाल है हालत यह है कि इस दुर्व्यवस्था के लिए कोई भी अधिकारी और कर्मचारी अपनी कमी मानने को तैयार नहीं है जनपद के शिक्षा क्षेत्र मनिहारी के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय ओझीपुर में बच्चों की संख्या ऐसी है कि इतने बच्चे कोचिंग सेंटर में दिखाई देते हैं।

प्राथमिक विद्यालय ओझीपुर में प्रधानाध्यापिका अनीता यादव सहायक अध्यापक डीएम भारती, अमित सिंह, शिक्षामित्र रंभा देवी और रत्नेश यादव की तैनाती है साथ ही एमडीएम की व्यवस्था को चुस्त और दुरुस्त रखने के लिए दो रसोइयों को भी तैनात किया गया है मतलब साफ है कि सरकार की मंशा प्रदेश में अच्छी शिक्षा अच्छी व्यवस्था के साथ-साथ बच्चों के भविष्य को सजाने और संवारने की जिम्मेदारी में लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं। सरकार के द्वारा स्कूल चलो अभियान के तहत प्रचार प्रसार भी कराया जाता है तमाम कार्यक्रम भी होते हैं लेकिन संख्या को देखते हुए परिभाषित हो रहा है कि अध्यापक सिर्फ अपनी नौकरी करने के लिए आते हैं।लेकिन तैनात अध्यापक सरकार की व्यवस्था को कितना असफल कर रहे हैं यह छात्रों की संख्या से परिभाषित हो रहा है बता दे की कक्षा एक में चार बच्चे कक्षा 2 में 8 बच्चे कक्षा 3 में 8 बच्चे कक्षा 4 में 20 बच्चे और कक्षा 5 में भी 20 बच्चों का नामांकन हुआ है जिसमें बच्चों की उपस्थिति पंजिका पर प्रतिदिन उपस्थिति भी दर्शाया जाता है लेकिन यह संख्या भिन्न के बराबर होती है।इस संबंध में प्रधानाध्यापिका अनीता यादव से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्राइवेट विद्यालयों का संचालन काफी तेजी से हो रहा है जिसके कारण अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट संस्थानों में भेज रहे हैं। उक्त सम्बन्ध में खंड शिक्षा अधिकारी मनिहारी हेमंत कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने ने बताया कि 30बच्चो पर एक अध्यापक होना चाहिए यही मानक है इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि अध्यापकों की तैनाती एक मानक के तहत किया गया है हां बच्चों की संख्या को लेकर जानकारी नहीं थी इसको लेकर स्कूल चलो अभियान के तहत विद्यालय के प्रधानाध्यापिका  और अध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।