प्रवर्तन निदेशालय ने माफिया मुख्तार अंसारी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी 74 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर ली।


साथ ही बुलंदशहर के भूमाफिया सुधीर कुमार गोयल और उसकी पत्नी राखी गोयल को ईडी ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।


Mukhtar Ansari: प्रवर्तन निदेशालय ने माफिया मुख्तार अंसारी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी 74 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। सुप्रीम कोर्ट से भी माफिया मुख्तार को राहत नहीं मिली और सुनवाई टाल दी गई।

मुख्तार अंसारी ने 24 साल पुराने एक मामले में उसे पांच साल जेल की सजा सुनाने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मुख्तार अंसारी के आपराधिक इतिहास को ध्यान में रखते हुए उसकी याचिका पर फिलहाल सुनवाई टाल दी है। 

जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मित्तल की पीठ ने मंगलवार को यह कहकर याचिका पर सुनवाई टाल दी कि मुख्तार अंसारी एक कुख्यात अपराधी है और सुनवाई के लिए कई मामले पहले से लंबित हैं। मुख्तार अंसारी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बीती साल 13 अक्तूबर को यूपी सरकार से जवाब मांगा था।

यूपी सरकार की तरफ से वरिष्ठ वकील गरिमा प्रसाद कोर्ट में पेश हुईं। गरिमा प्रसाद ने कहा कि मुख्तार अंसारी राज्य में आतंक का पर्याय रहा है और अब वह जेल की सलाखों के पीछे बंद है। बुलंदशहर के भूमाफिया सुधीर कुमार गोयल और उसकी पत्नी राखी गोयल को ईडी ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।

दोनों को बुलंदशहर पुलिस ने निवेशकों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में बीते नवंबर माह में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद ईडी ने दोनों को अपनी कस्टडी में लेकर अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर ईडी के सुपुर्द किया है।

बता दें कि ईडी ने बुलंदशहर पुलिस द्वारा सुधीर गोयल और उसके करीबियों पर दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करने के बाद उनके ठिकानों पर बीती 9 जनवरी को छापा भी मारा था। इसमें सामने आया कि सुधीर कुमार गोयल और उसके करीबियों बुलंदशहर में 10 आवासीय कॉलोनियां बनाई थी।

इनका लैंड यूज बदला नहीं गया था और बुलंदशहर विकास प्राधिकरण से अनुमति भी नहीं ली गयी थी। सुधीर गोयल और उसके करीबियों ने धोखाधड़ी करके 250 भूखंड बेच दिए, जिससे उन्हें करीब 100 करोड़ रुपये मिले।

जांच में यह भी सामने आया कि जिन जमीनों को बेचा गया, उनकी वास्तविक कीमत ज्यादा थी, जबकि रजिस्ट्री कम कीमत पर करायी गयी। इसके जरिए करोड़ों रुपये की काली कमाई अर्जित की गयी, जिसे निजी संपत्तियों को खरीदने में निवेश किया गया।

ईडी की जांच में सुधीर गोयल और उसके करीबियों की करीब 27.49 करोड़ रुपये कीमत की 58 संपत्तियों का पता चला था, जिसे ईडी ने बीती एक फरवरी को जब्त कर लिया था। ये संपत्तियां सुधीर गोयल, उनकी पत्नी राखी गोयल, करीबी सहयोगी जय प्रकाश, आलोक कुमार उर्फ जग्गा और उनकी पार्टनरशिप फर्म मेसर्स श्री सिद्धि विनायक प्रॉपर्टीज के नाम पर थी।

जांच में सामने आया कि सुधीर कुमार गोयल ने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर एक ही जमीन को कई लोगों को बेच दिया। साथ ही, निवेशकों को जाली और मनगढ़ंत कागजात के आधार पर फर्जी तरीके प्लॉट बेचे। ज्यादातर कॉलोनियां कृषि योग्य भूमि पर बनाई गयी थी। बता दें कि बुलंदशहर पुलिस ने इन सभी पर गैंगस्टर भी लगाया था।