गाजीपुर। अपने तेज तर्रार छवि को लेकर चर्चित खंड शिक्षा अधिकारी करंडा रवीन्द्र सिंह द्वारा आज शिक्षा क्षेत्र करंडा में  नये शिक्षा सत्र के पहले ही दिन परिषदीय विद्यालयों में नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण सुनिश्चित कराया गया। शासन द्वारा इस बार पहले से ही विभिन्न जनपदों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध करा दी गयी थी, जिसको जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गाजीपुर हेमंत राव द्वारा सभी विकास खंडों तक आपूर्ति पूर्व माह में ही सुनिश्चित करा दी गयी थी। हालांकि यह एक बहुत बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। प्रदेश स्तर से लेकर जनपद स्तर ,ब्लाक स्तर व संकुल स्तर के पश्चात विभिन्न चरणों से होते हुवे पुस्तकें विद्यालयों तक पहुंच पाती है। इस बार किताबों के समय से विद्यालयों में पहुंचने पर छात्र-छात्राओ में भी उत्साह दिखा। नये शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के बाद शिक्षकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती का कार्य 6-14 आयु वर्ग के बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन विद्यालयों में कराया जाना होता है। सरकार द्वारा निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम के अनुपालन में परिषदीय व एडेड विद्यालयों में निशुल्क पाठ्य पुस्तको के साथ ही साथ छात्र छात्राओ के लिये यूनीफार्म , बैग ,जूता मोज़ा आदि सुविधाये डी बी टी के माध्यम से प्रत्येक अभिभावक के खातों में धनराशि उपलब्ध करायी जाती है। साथ ही साथ विद्यालयों को योग्य शिक्षकों की नियुक्ति के साथ साथ कायाकल्प करते हुवे विद्यालयो को  अन्य सुविधाओं से लैस करते हुवे मीड डे मील ,फल व दूध भी प्रदान किया जाता रहा है। वहीं एक तरफ निजी विद्यालयों के तरफ अभिभावकों का रूझान अधिक होने के कारण परिषदीय विद्यालयों में नामांकन एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। फिलहाल नये शिक्षा सत्र में पाठ्य पुस्तकों का वितरण प्रथम दिन ही प्रारंभ होने से यह स्पष्ट है कि सरकार बेसिक शिक्षा को लेकर अलर्ट मोड में है और किसी भी दशा में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की खैर नहीं है।