गाजीपुर। जिले में करीब 150 स्वास्थ्य उपकेंद्र किराए के भवन में चल रहे हैं। करीब पांच हजार आबादी पर चिकित्सकीय सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित होने वाले इन केंद्रों के निर्माण के लिए ग्रामीण इलाकों में भूमि न मिलने के कारण इन्हें किराए के भवन में संचालित किया जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को किराए के रूप में प्रति सेंटर तीन हजार रुपये का भुगतान करना पड़ता है। जबकि विभिन्न चिकित्सकीय सुविधाओं के लिए भवन का निर्माण कराया गया और वह जर्जर अवस्था में आ चुका है, लेकिन इन भवनों का उपयोग उपकेंद्र के लिए नहीं किया जा रहा है। शहर संहित ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकारी अस्पतालों को सुदृढ़ किया जा रहा है। ब्लॉक पर स्थापित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जहां चिकित्सकीय उपकरण, जांच मशीन, दवा और बेड को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मरीजों को तत्काल उपचार की सुविधा मिले, इसको लेकर विभाग जुटा हुआ है। वहीं जिले में उन गांवों को चिह्नित किया गया था, जिनकी आबादी पांच हजार है। करीब दो वर्ष पूर्व करीब 150 स्वास्थ्य उपकेंद्र किराये के भवन में स्थापित कराकर संचालित किया जा रहा है। इस संबंध में सीएमओ डॉ. देश दीपक पाल ने बताया कि भूमि मिलने के बाद भवन का निर्माण कराकर किराये के भवन से हटाकर स्थापित कराने का कार्य किया जाएगा।