गाजीपुर। सरकार ने हेल्थ वेलनेस सेंटर का नाम जरूर आरोग्य मंदिर कर दिया है। लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। अधिकांश आरोग्य मंदिरों में ना आराधक है न आराध्य। ताला जरूर लटक रहा है। परिसर में झाड़ियां उगी हुई है। इन मंदिरों को कोई देखने भी नहीं जा रहा है। उपकेंद्र सोनवल, अन्हारीपुर विकासखंड रेवतीपुर जनपद गाजीपुर  के आरोग्य मंदिरों की हालत देखकर तो यही लग रहा है कि न तो स्वास्थ्य विभाग को उनकी स्तुति है और ना ही प्रशासन को स्वस्थ व कुपोषण मुक्त जीवन के लिए स्वच्छता बरतने का संदेश देने आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर)खुद बीमार है। उसे इलाज की जरुरत है। केंद्र के बाहर झाड़ियां उगी है केंद्र के बाहर फैली गंदगी से बदबू आ रही है। यह स्वस्थ व्यक्ति को बीमार करने के लिए काफी है। खास बात यह है कि यहां जिस की तैनाती है लोगों को पता  तक नहीं है। विकासखंड रेवतीपुर के अंतर्गत आने वाले आरोग्य मंदिर सोनवल, अन्हारीपुर परिसर में झाड़ियां उगी हुई है खिड़कियां टूटी है नल से पानी उपलब्ध नहीं है, मौके पर कोई भी एएन  सीएचओ  मौजूद नहीं मिली। लेकिन जो हालत यहां दिखी उससे सहज ही अंदाजा लगा कि कैसे मरीजों का इलाज होता होगा। जनता के जान पर क्यों हो रहा है सरकारी मजाक यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग 7 हजार आबादी का ग्राम पंचायत है आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर) खुद बीमार है जिसके वजह से यहां के लोगों को निजी अस्पताल में इलाज करना पड़ता है।