गाजीपुर। थाना दुल्लहपुर के अंतर्गत एक अज्ञात व्यक्ति की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। जिसकी शिनाख्त नहीं होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को कांस्टेबल विनोद कुमार भारती के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल विनोद कुमार भारती एवं पीआरडी राजेन्द्र कुमार के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है। अगर हम बात करें समाज सेवा की तो वीरेंद्र सिंह का नाम सबसे पहले आता है जिन्होंने जिले में अनेको शवो का दाह संस्कार इत्यादि किये है।
समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह के सहयोग से लावारिस शव का हुआ, अंतिम दाह संस्कार
गाजीपुर। थाना दुल्लहपुर के अंतर्गत एक अज्ञात व्यक्ति की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। जिसकी शिनाख्त नहीं होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को कांस्टेबल विनोद कुमार भारती के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल विनोद कुमार भारती एवं पीआरडी राजेन्द्र कुमार के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है। अगर हम बात करें समाज सेवा की तो वीरेंद्र सिंह का नाम सबसे पहले आता है जिन्होंने जिले में अनेको शवो का दाह संस्कार इत्यादि किये है।