गाजीपुर: लोकसभा का चुनाव चल रहा है चुनाव की  सरगर्मियों के बीच सांसद अफजाल अंसारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मे गोदी मीडिया अर्थात बड़े चैनलों के बिकाऊ पत्रकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के चौथे स्तंभ के रूप में मीडिया की पहचान है लेकिन वहीं गोदी मीडिया के रूप में अपनी पहचान रखने वाले सरकारी मीडिया कर्मी एक तरफा सरकार का ही गुड़गांन गा रही है। गोदी मीडिया कर्मी कभी युवाओं के बेरोजगारी,भ्रष्टाचार, पर सरकार से सवाल नहीं पूछती है।देश की सारी सरकारी मिशनरिया बिक गई है।

जिस पर आज तक कोई सवाल सरकार से नहीं करता,

इसके एवज में गोदी मीडिया कर्मियों को फाइव स्टार होटलों की सुविधा और हेलीकॉप्टर से चलने की सुविधा मिली है।जहाँ विपक्ष के नेताओं को किराए पर अपने चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर सरकार के पास मौजूद नहीं है वहीं बिकाऊ पत्रकारों को सरकारी पैसे से हेलीकॉप्टर दिया जा रहा है

बताते चलें कि पिछले कुछ दिन पहले राष्ट्रीय मीडिया के पत्रकार अंजना ओम कश्यप गाजीपुर हेलीकॉप्टर से उतरी और अन्य किसी समस्या पर चर्चा ना करते हुए बल्कि तुरंत किसी महिला से कोई और सवाल ना करके सीधा-सीधा मुख्तार अंसारी को माफिया और अफजाल अंसारी को माफिया तथा पूरे परिवार को माफिया का सर्टिफिकेट देने लगी वही उस महिला ने उल्टा जवाब देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है वह परिवार मसीहा है गाजीपुर की आन बान शान है महिला के इस बात पर भड़की अंजना ओम कश्यप तुरंत वापस चली गई,इसी बात पर आज तक की पत्रकार अंजना ओम कश्यप पर सांसद का निशाना था।

इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसी गोदी मीडिया की क्या औकात है कि हमसे नजर मिलाकर बात करें।

ऐसी गोदी मीडिया की मेरे और मेरे परिवार के आगे क्या औकात है वह हमसे कभी मिले तो मैं अपने जूते धुलवा कर उसको पानी पिला देता।

वहीं जिले के छोटे-मोटे पत्रकारों तथा जिले के ब्यूरो चीफों की सराहना करते हुए सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि निष्पक्ष मीडिया बंधु इस तपती धूप में बाइक से तथा पैदल जा जाकर समाचारों का संकलन करते हैं।जो कि काबिले तारीफ है।

और वास्तविक रूप में यही देश के चौथे स्तंभ हैं।आगामी चुनाव में जनता इस निकम्मी सरकार के साथ ही साथ गोदी मीडिया को भी जवाब देगी।और दोनों को दूर करेगी।यह लोकसभा का चुनाव संविधान बचाने का है।

जनता को सरकार की मंशा का पता चल चुका है।

और जनता यह मन बना चुकी हैं कि इस बार मंदिर-मस्जिद तथा अन्य किसी प्रलोभन पर नहीं बल्कि विकास, महंगाई, भ्रष्टाचार और रोजगार के लिए के लिए मताधिकार का प्रयोग किया जाएगा।