गाज़ीपुर। मानवता और सद्भावना हेतु समर्पित संस्था आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम ग़ाज़ीपुर यूनिट ने आज दिनांक 11 जून  2024 को इस चिलचिलाती धूप और सख्त गर्मी में ग़ाज़ीपुर शहर स्थित एम ए एच तिराहे पर दूर-दराज़ इलाको से आये मुसाफिरों और मज़दूरों में नाश्ता और ठंडा पानी वितरित किया।

    कार्यक्रम संयोजक नजमुस्साकिब अब्बासी ने कहा कि आड़े वक़्त काम आने का नाम इंसानियत है,ज़रूरत है कि आज इंसानियत का हाथ थामा जाए, उनके सुख-दुःख में शामिल हुआ जाय।इसलिए मानवता की सेवा को ही हमने अपना परम् उद्देश्य बना लिया है।हम कई सालों से ज़रूरतमंदों की सेवा करते आ रहे हैं।

   आबिद हुसैन ने कहा कि हम लोगों की सोच है कि इंसानियत की खिदमत का जहाँ भी मौक़ा मिले उसे गँवाना नहीं चाहिए और उसे अपना सौभाग्य समझना चाहिए,इसलिए ये सेवा का कार्य हम करते आ रहे हैं।

    शमशाद अंसारी ने कहा कि सदैव से माना गया है कि मानव समाज को रब की तरफ से जो सबसे बड़ी नेमत मिली है वह मानवता है,अगर किसी को ये मिल गई तो वह समाज का सबसे धनी और सुखी व्यक्ति माना जायेगा,अतःहर किसी को चाहिए कि हम हर किसी के दुःख दर्द में काम आएं और हमारे इस कारवां में शामिल हों।

   असगर अली ने कहा कि वर्तमान में जबकि मानवता संकट और गहरा गया है तो ऐसे में ज़रूरत है कि समाज के मध्य जाकर उनमें मानवता का संचार किया जाय और उनके दुःख-दर्द में शामिल हुआ जाय।

   इस मौके पर ऐसे लोगों से भी भेंट हुई जो हमारी सेवा से बेहद खुश थे और हमारी टीम में शामिल होकर आगे सेवा करने का वादा कर रहे थे।