दुल्लहपुर-गाजीपुर।  स्थानीय थाना क्षेत्र में कई जगह उच्चाधिकारियों के आदेश के बावजूद दर-दर भटकने को मजबूर हैं फरियादी,जिसके सम्बंध में आवेदन देते-देते निराशा हाथ लगने पर कहीं मारपीट तो कहीं जान लेने पर भी आमादा हैं लोग फिर भी जिम्मेदार क्षेत्रीय अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार एक यैसा ही लम्बित मामला जलालाबाद ग्रामसभा के देवरिवारी (छोटा मियना) का है जहाँ लगभग 20 वर्षों से पीड़ित मुद्रिका चौहान भाई -भाई के बटवारे में फंस गया हैं जिसने जानकारी देते हुए बताया कि मेरे भाई फागु चौहान बटवारे में पुरानी डीही आबादी के जमीन पर काबिज हो गए और मुझे बटवारे में खेत की जमीन में हिस्सा दे दिया गया तबसे आज तक हम काबिज हैं लेकिन हिस्सेदारी में हुवे बटवारे के बाद भाई के नियत में खोट होने पर मुझे शौचालय बनवाने से रोका जाने लगा जब मामला थाने पहुँचा तो खेत में आधा की हिस्सेदारी बताते हुवे पुलिस द्वारा शौचालय का निर्माण रोक दिया गया और मुझे न्यायालय से लड़ कर आबादी में हिस्सा लेने के लिए निर्देश दिया गया जहाँ हिस्सेदारी का मुकदमा भी कायम है फिर राजस्व विभाग द्वारा हुई नापी में अवगत कराया गया कि मेरा नया वाला घर नई आबादी की जमीन में है और कुच्छ हिस्सा खेत में फिर भी आधा हिस्सा छोड़ने के वावजूद आदेश लेकर बनवाने की बात पर जिलाधिकारी का आदेश होने के बावजूद अबतक मौके पर नाही राजस्व विभाग की टीम पहुँची ना ही कोई अधिकारी जिससे मेरा शौचालय और हैण्डपम्प तक नहीं रिपेयर हो पा रहा है पीने के पानी के लिए दूर-दूर से घर की महिलाओं को दूसरे की मशीन से खाना बनाने व पीने का पानी लाना पड़ता है और शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है जब भी पीड़ित द्वारा बनाने का प्रयास किया जाता है पूरे परिवार सहित जान से मारने की नियमित से मारा पीटा जाता है फिर शान्ति भँग में पुलिस द्वारा चालान जिस कार्यवाही व दबंगई से तंग आ चूका है जब कि फरियादी मुद्रिका चौहान ने कई आदेश होने का भी दावा किया है और बगैर मौके पर पहुँचे निस्तारण व झूठी रिपोर्ट का भी प्रमाण फिर भी किस कारण से आदेशों का पालन नहीं हो रहा है हर किसी के समझ से बाहर हैं यैसे में कोई क्या न्याय की उमीद करे किससे गुहार लगाये हर किसी के समझ से बाहर ।