गाजीपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के अफसरों को सीयूजी नंबर पर आने वाले हर कॉल को उठाने और जनसमस्याओं के निस्तारण का निर्देश दिया है, लेकिन अफसरों को सीयूजी नंबर उठाने को कौन कहें कई का मोबाइल ही स्विच ऑफ मिला। कई के अधीनस्थ ने अफसरों का फोन उठाया। सीएम के इस आदेश का जनपद में कितना पालन हो रहा है शुक्रवार को इसे जानने की कोशिश की गई। डीआईओएस और एआरएम का सीयूजी नंबर बंद मिला, जबकि जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर पर फोन करने पर जवाब मिला मैम जनता दर्शन में हैं। जरूरी हो तो आ जाइए। जनता की मदद के लिए हर अधिकारी को सीयूजी नंबर उपलब्ध कराया गया है। ताकि कोई भी व्यक्ति कभी भी फोन कर अपनी समस्या बता सकता है। शुक्रवार को अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर फोन मिलाया गया। सबसे पहले 11.28 बजे जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर पर फोन किया गया तो जवाब मिला डीएम मैडम जनता की समस्याएं सुन रही हैं। जनता दर्शन में हैं। कुछ जरूरी हो तो कार्यालय आ जाइए। इसके बाद 11.30 बजे एसपी के सीयूजी नंबर पर फोन किया गया तो जवाब मिला साहब आज छुट्टी पर हैं, क्या काम है बताइए। 11.45 बजे मिनट पर सीडीओ को फोन किया गया तो उन्होंने रिसीव किया। 11.48 बजे ईओ को फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। 11.49 सीएमओ को फोन किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव किया। इसी तरह 11.55 बजे एआरटीओ को फोन किया गया तो उन्होंने फोन उठाया। जबकि 12.08 बजे डीपीआरओ को कॉल किया गया तो उन्होंने नहीं उठाया, लेकिन पांच मिनट बाद कॉल बैक आया और खुद को वाराणसी में होने की जानकारी दी। वहीं, 12.15 बजे जिला विद्यालय निरीक्षक और 12.17 बजे एआरएम को फोन किया गया तो दोनों अधिकारियों का फोन स्विच ऑफ मिला। इसी तरह एएमए जिला पंचायत, सीवीओ, बीएसए, एसडीओ बिजली निगम को फोन किया गया तो उन्होंने खुद रिसीव किया। जिला सेवा योजन अधिकारी को 1.30 बजे से लेकर 2.28 बजे तक सात बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने एक बार भी फोन नहीं रिसीव नहीं किया। न उन्होंने काॅल बैक किया।