गाजीपुर। थाना जीआरपी चौकी दिलदारनगर के अन्तर्गत यह अज्ञात व्यक्ति उम्र लगभग (45) वर्ष की लाश मिली थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति के लाश को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल श्री मनोज कुमार जी एवं कांस्टेबल श्री लल्लन सिंह जी के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति के लाश को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल श्री मनोज कुमार जी एवं कांस्टेबल श्री लल्लन सिंह जी के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है।
लावारिस का वारिस बने, समाजसेवी कुंवर वीरेंद्र सिंह
गाजीपुर। थाना जीआरपी चौकी दिलदारनगर के अन्तर्गत यह अज्ञात व्यक्ति उम्र लगभग (45) वर्ष की लाश मिली थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति के लाश को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल श्री मनोज कुमार जी एवं कांस्टेबल श्री लल्लन सिंह जी के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति के लाश को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल श्री मनोज कुमार जी एवं कांस्टेबल श्री लल्लन सिंह जी के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है।