गाजीपुर के जमानियां में लो वोल्टेज विद्युत आपूर्ति ने उपभोक्ताओं की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। नगर का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है। जो इस संकट से न जूझ रहा हो। हालत यह है कि बिजली आपूर्ति रहने के दौरान भी उसका पूरा लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रहा है। इससे न सिर्फ घरेलू उपभोक्ता जूझ रहे हैं। बल्कि विभिन्न प्रतिष्ठानों पर भी गतिरोध उत्पन्न हो रहा है। उपभोक्ताओं के अनुसार लो वोल्टेज के चलते बिजली रहने पर भी अकसर एसी नहीं चल पाते तो वहीं पंखा व कूलर इतने धीरे धीरे चलते हैं कि उससे पर्याप्त हवा नहीं मिल पा रही है। मोटर आदि न चल पाने के कारण पेयजल का संकट अलग से गहरा रहा है। विद्युत कटौती व व्यवधान के बीच लो वोल्टेज का संकट उपभोक्ताओं को दोहरी चोट पहुंचा रहा है। मोहम्मद खालिद कुरैशी, त्रिलोकीनाथ चौधरी, राधेश्याम, वकील राईन, बेलाल अहमद, जमाल अहमद, सतीश जयसवाल, बृजेश जयसवाल, वीरेंद्र कुमार, नेसार अहमद खान, अट्टू ,वारसी, नेहाल खान, शहजाद अली वारसी, आरिफ खान, बल्लू, मोहम्मद असलम पान वाले, मौलाना जैनुल आब्दीन, शमीम हसन, रिजवान, निजाम, खुर्शीद, कलाम राईन आदि बिजली उपभोक्ताओं ने शुक्रवार की भीषण गर्मी के चलते घर से सुबह सुबह निकल कर पुरानी सट्टी बाजार आकर खुले में बैठ कर चर्चा करते रहे। उन्होंने कहा कि लगातार कटौती व लो वोल्टेज की स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताते हुए। आंदोलन की चेतावनी दी है। और कहा कि यदि जल्द ही उपकेंद्रों की मरम्मत कराकर ट्रांसफार्मरों की क्षमता न बढ़ाई गई तो उपभोक्ता गण प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता विद्युत आपूर्ति के जबरदस्त संकट से घिरे हुए हैं। लो वोल्टेज से रात्रि समय उपभोक्ताओं की नींद हराम हो जा रही है। विभागीय अधिकारियों से शिकायत करने पर समस्या का समाधान कराने के बजाए मूक दर्शक बनकर तमाशा देखते रहते है। बिजली मिले या नहीं विभाग से कोई मतलब नही रहता। सिर्फ बिजली की चोरी दिखाकर उपभोक्ताओं को डरा धमका सिर्फ वसूली करते रहते है। जूझना पड़ रहा है। यू तो नगर कस्बा को 18, 20  घंटे ही बिजली मिल पा रही है। वह भी दिन रात लो वोल्टेज में ही बिजली की आपूर्ति रहता है। सभी उपभोक्ताओं को पर्याप्त सही ढंग से बिजली की आपूर्ति नहीं मिल पा रही। इसे लेकर उपभोक्ता काफी परेशान हैं। उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज के संकट से भी जूझना पड़ रहा है। वोल्टेज का संकट इतना ज्यादा है कि दिन हो या रात किसी भी समय कूलर व पंखे अपनी क्षमता के अनुरूप ज्यादातर क्षेत्रों में नहीं चल पा रहे हैं। ऐसे में बिजली रहने के बाद भी इन उपकरणों का लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है। उपभोक्ताओं के अनुसार वोल्टेज इतना कम रहता है कि स्टेबलाइजर भी अपना योगदान नहीं दे पा रहा है। इसके कारण न तो घरों में लगे इनवर्टर चार्ज हो रहे और न ही विद्युत उपकरणों का लाभ मिल पा रहा है। भीषण गर्मी में मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। उपभोक्ताओं ने कहा कि मरम्मत की तत्काल जरूरत है। इस तरफ ध्यान न देने का खामियाजा ही उपभोक्ताओं ने कहा कि यदि जल्द ही सुधार न हुआ तो आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। इस संबंध में एसडीओ विजय कुमार ने बताया कि गर्मी के कारण कही ना कही बिजली की तार का टूट जाना विद्युत आपूर्ति बाधित या फिर लो वोल्टेज हो जाने से काफी दिक्कत हो रही। उन्होंने बताया कि लगातार टूटे तार की मरम्मत के लिए कर्मचारी कार्य में लगे रहते है। लो वोल्टेज के कारण उपभोक्ता ऊब कर शुक्रवार की सुबह घरों से बाहर निकले।