गाजीपुर। योग दुनिया को भारत का अनुपम उपहार है। शारीरिक-मानसिक एवं आत्मिक स्वास्थ्य की कुंजी के रूप में योग की स्वीकार्यता इसी बात से आंकी जा सकती है कि आज दुनिया के 177 राष्ट्र हमारे साथ कपालभाति और अनुलोम विलोम कर रहे हैं। उक्त उद्गार स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज के वरिष्ठ प्राध्यापक तथा अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. डॉ. अजय राय ने महाविद्यालय में 10 वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन के अवसर पर व्यक्त किया। दिनांक 15 से 21 जून तक सप्ताह व्यापी योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन आज प्रातः 5.30 से 7.30 तक महाविद्यालय के प्रेक्षालय में पतंजलि योगपीठ तथा महाविद्यालय के तत्वावधान में हुआ जिसमें विशिष्ट यौगिक अभिक्रियाएं विषय पर सेमिनार तथा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आरंभ गायत्री महामंत्र तथा प्रार्थना मंत्र से हुआ। प्रख्यात योग प्रशिक्षिक तथा पतंजलि योग समिति के जिलाप्रभारी श्री जय प्रकाश योगी ने उपस्थित जन समुदाय को योग के विविध अधिगमों के विषय मे बताते हुए मुख्य आसनों एवं प्राणायाम के प्रायोगिक स्वरूप पर विशेष व्याख्यान दिया।इस अवसर पर कार्यक्रम में पतंजलि योग समिति के सक्रिय पदाधिकारियों-सदस्यों के साथ सहभागिता करते हुए प्रभारी श्री राधेश्याम ओझा ने कहा कि योग को दुनिया भर में जिस तत्परता से अपनाया गया है वह अपने आप मे योग के वृहत्तर और व्यापक माहात्म्य के प्रति बढ़ते अनुराग का प्रतीक है।इस कार्यक्रम में श्री नीरज राय, डॉ. धनंजय सिंह, श्री समर प्रताप सिंह, श्री बृजमोहन सिंह, विकास ओझा, कृष्णानंद उपाध्याय तथा प्रो. अवधेश नारायन राय, प्रो. अजय राय, रामधारी राम, डॉ. विलोक सिंह, डॉ. कृष्णानंद चतुर्वेदी, डॉ. कंचन सिंह, समीर राय, ओमप्रकाश राय, अरविंद यादव, संजय राय, शशांक राय, प्रवीण राय, शरद राय, अमित राय, धर्मेंद्र कुशवाहा आदि शिक्षक-कर्मचारी उपस्थित थे।कार्यक्रम के अंत मे महाविद्यालय के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो. अवधेश नारायन राय ने आगंतुक अतिथि जनों के प्रति आभार व्यक्त किया।