गाजीपुर। थाना कोतवाली के अंतर्गत ग्राम रौजा से यह अज्ञात व्यक्ति को बेहोशी की हालत में {108} एम्बुलेंस लेकर सदर अस्पताल आई। जिनकों इमरजेंसी डॉ0 आर.एम पाठक सर को दिखाकर दवा, सुई कराकर वार्ड में भर्ती कराकर इलाज कराया जा रहा था। जो होश में आने पर अपना नाम: पन्नालाल पुत्र-दिनेश निवासी कोपागंज बता रहे थे। यह अज्ञात व्यक्ति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। जिनकी शिनाख्त नही होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव की मेमो {सूचना} बनवाकर मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को अस्पतालकर्मी के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर मेमो {सूचना} सदर कोतवाली में जमा करके मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव की शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल श्री राजेन्द्र कुमार जी एवं कांस्टेबल श्री प्रिन्स कुमार प्रभाकर जी के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है।
अज्ञात व्यक्ति का समाजसेवी ने कराया अंतिम दाह संस्कार
गाजीपुर। थाना कोतवाली के अंतर्गत ग्राम रौजा से यह अज्ञात व्यक्ति को बेहोशी की हालत में {108} एम्बुलेंस लेकर सदर अस्पताल आई। जिनकों इमरजेंसी डॉ0 आर.एम पाठक सर को दिखाकर दवा, सुई कराकर वार्ड में भर्ती कराकर इलाज कराया जा रहा था। जो होश में आने पर अपना नाम: पन्नालाल पुत्र-दिनेश निवासी कोपागंज बता रहे थे। यह अज्ञात व्यक्ति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। जिनकी शिनाख्त नही होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव की मेमो {सूचना} बनवाकर मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को अस्पतालकर्मी के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर मेमो {सूचना} सदर कोतवाली में जमा करके मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव की शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति के शव को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल श्री राजेन्द्र कुमार जी एवं कांस्टेबल श्री प्रिन्स कुमार प्रभाकर जी के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है।