लखनऊ के राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के डिप्लोमा संघ कार्यालय में एक आपातकालीन बैठक दिलीप चौहान प्रदेश कोषाध्यक्ष एस बी टी सी के पहल पर की गई। जिसमें शिक्षक शिक्षा मित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा उ.प्र. का सर्वसम्मति से गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ऑनलाइन अटेंडेंस अव्यावहारिक है जो कि कर्मचारी सेवा नियमावली एवं सेवा शर्तों के विरुद्ध है अतः ये आदेश पूरे प्रदेश के शिक्षकों शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को स्वीकार नहीं है इस विषय को लेकर उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी जी, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के सुशील पांडेय, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी जी, उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सुलोचना मौर्या जी, अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष श्री विजय बंधु जी ,टी एस सी टी के प्रदेश अध्यक्ष विवेकानंद जी उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला जी, अनिल यादव प्रदेश अध्यक्ष बीटीसी शिक्षक संघ, प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार यादव जी, अंतर्जनपदीय टीचर संघ के प्रदेश अध्यक्ष , कमलेश पांडेय जी, बेसिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र कुमार यादव जी, यूनाइटेड टीचर एसोसिएशन के राजेंद्र सिंह राठौर जी अनुदेशक कल्याण संघ के विक्रम सिंह जी, अनुदेशक संघ के राकेश पटेल जी, प्रभात पांडेय, सहित प्रदेश महामंत्री शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष सदस्य रमेश मिश्रा, अनुदेशक संघ के तेजस्वी शुक्ला सहित लगभग 15 शिक्षक शिक्षा मित्र अनुदेशक संघ के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी शामिल रहे जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया की 15 जुलाई 2024 को उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद के जिलाधिकारी कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन कर संयुक्त रूप से माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन दिया जाएगा यदि इसके बाद भी इस आदेश की वापसी नहीं होती है तो 29 जुलाई को महानिदेशक स्कूल शिक्षा का कार्यालय निशातगंज लखनऊ में लाखों शिक्षक शिक्षा मित्र अनुदेशक व कर्मचारी घेराव करेंगे।