लखनऊ। अब होमगार्डों की भर्ती पुलिस भर्ती की तर्ज पर होगी। चयन लिखित परीक्षा के बाद होगा। पहले सिर्फ शारीरिक दक्षता परीक्षा और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मेरिट के आधार पर भर्ती होती थी। इसके लिए नई नियमावली बनाई जा रही है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 42 हजार होमगार्डों की भर्ती की घोषणा की थी। इसके बाद होमगार्ड की भर्ती के लिए शासन ने नई नियमावली बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें पुलिस भर्ती. की तरह नियम बनेंगे। लिखित परीक्षा कराने वाली कार्यदायी संस्था का नाम भी तय कर दिया जाएगा।


शारीरिक दक्षता परीक्षा में होने वाली पुरुषों की 1500 मीटर और महिलाओं की 400 मीटर की दौड़ में भी बदलाव हो सकता है। पूर्व सैनिक, एनसीसी, आपदा मित्रों को भर्ती में तवज्जो दी जाएगी।


13 साल से नहीं हुई भर्ती, अब 42 हजार होमगार्ड रखे जाएंगे


होमगाडों की भर्ती बीते 13 वर्षों से नहीं हुई है। केंद्र सरकार द्वारा उप्र होमगार्ड संगठन के लिए 1,18,348 स्वयंसेवकों की संख्या स्वीकृत है, वर्तमान में केवल 75,808 ही कार्यरत हैं। इनमें से 38,072 की आयु 50 से 60 वर्ष के बीच है। बीते एक वर्ष के भीतर 5 हजार से ज्यादा होमगार्ड सेवानिवृत्त हो चुके हैं। तकरीबन 25 हजार होमगार्ड पांच वर्षों में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इन स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने 42 हजार होमगाडों की भर्ती दो चरणों में करने के निर्देश दिए थे।


मुख्यमंत्री के निर्देश पर होमगार्ड की भर्ती के लिए शासन द्वारा नियमावली बनाई जा रही है। इस बार प्रदेश पुलिस में सिपाहियों की भर्ती की तर्ज पर होमगार्ड की भर्ती की जाएगी। - धर्मवीर प्रजापति, होमगार्ड मंत्री