गाजीपुर। विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के सहायक लेखाकार अजमत अकरम पर रिश्वतखोरी के आरोप में वाराणसी की विजलेंस टीम (सतर्कता अधिष्ठान टीम) की अचानक कार्यवाही से विभाग में हड़कंप मच गया, विभागीय लोग जब तक कुछ समझते, टीम ने अकरम को हिरासत में ले लिया, हालांकि विभागीय सहयोगियों ने पहले इसे मारपीट का मामला समझा और बीच बचाव की नीयत से सामने आए लेकिन जा रेड की बात पता चली तो मौके पर कर्मचारी पीछे हट गए, और विजलेंस ट्रैप टीम के लोग उसे लेकर चले गए। बता दें कि शिकायतकर्ता सुरेश सिंह चौहान पुत्र स्व. श्रीराम निवासी-खतीबपुर, पो० शादियाबाद, थाना शादियाबाद द्वारा अजमत अकरम, लेखाकार, कार्यालय वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा विभाग), पुत्र जमशेद अकरम मूल निवासी- सैयदवाड़ा, थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर के विरुद्ध लिखित शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक, उप्र सतर्कता अधिष्ठान, वाराणसी को दिया था कि “मेरी पत्नी प्रा.वि. डिहवा लखमनपुर क्षेत्र मनिहारी में प्रधानाध्यापिका के पद पर नियुक्त थीं जिनकी मृत्यु हो गयी है, उनकी जगह पर मृतक आश्रित के रूप में मेरी नियुक्ति 10 जनवरी 2024 को कम्पोजिट विद्यालय डिहवां लखमनपुर क्षेत्र मनिहारी जनपद गाजीपुर में परिचारक के पद पर हुई।किन्तु विभाग से अभी तक मेरा वेतन निर्गत नहीं किया जा रहा है, मेरे वेतन का प्रकरण वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा विभाग) के यहां लंबित है जिसको लेखाकार अजमत अकरम देख रहे हैं, लेखाकार अजमत अकरम मेरा वेतन निर्गत करने के लिए मुझसे 12,000 रू रिश्वत की मांग कर रहे हैं, कह रहे हैं कि जब तक पैसे नहीं दोगे तब तक तुम्हारा वेतन निर्गत नहीं होगा।
शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक, उप्र सतर्कता अधिष्ठान, वाराणसी से की गयी लिखित शिकायत की जांच में उपरोक्त तथ्य सही पाया गया। इसी क्रम में आज विजिलेन्स वाराणसी की ट्रैप टीम द्वारा लेखाकार अजमत अकरम को शिकायतकर्ता से बारह हजार रू का रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है, शिक्षा विभाग में वित्त एंव लेखाधिकारी कार्यालय में नियुक्त अजमत, सहायक लेखाकार के विरुद्ध थाना उप्र सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर वाराणसी पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराकर विधि कार्रवाई की जा रही है, वही इस घटनाक्रम के बाद कर्मचारी संघ के नेता दुर्गेश श्रीवास्तव सहित दर्जनों की संख्या में कर्मचारियों ने इस कार्रवाई का विरोध प्रकट किया है। हालांकि दुर्गेश श्रीवास्तव ने मीडिया से विजलेंस टीम द्वारा विभागीय कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि अजमत के पास से कोई रिश्वत की रकम भी बरामद नहीं हुई थी। बावजूद उसके विजलेंस द्वारा जारी प्रेस नोट में 12 हजार रिश्वत की बरामदगी बताई गई है। फिलहाल सहायक लेखाकार अजमत को हिरासत में लेकर साक्ष्य और सबूतों के साथ विधिक कार्यवाही की जा रही है।