गाजीपुर । विकास खण्ड जखनियां के कम्पोजिट विद्यालय मंझनपुर कला में स्कूल चलो अभियान 2024 फेज-2 के तहत नवीन नामांकन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नवीन नामांकन स्थल कार्यक्रम जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने उपस्थिति होकर मॉ सरस्वती के चित्र पर दीप जलाकर एवं पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों को स्वच्छता जागरूकता पर संदेश दिया गया एवं नामांकन प्रोत्साहन स्वरूप बच्चों में पाठ्य पुस्तक एवं ड्रेस का वितरण किया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा प्रतिदिन स्नान करके साफ-सुथरी ड्रेस पहनकर विद्यालय आने के लिए बच्चों अभिभावकों को जागरूक किया गया। विद्यालय अध्यापकों को अभिभवकों से सम्पर्क स्थापित करते हुए अधिक से अधिक नामांकन कराते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया गया। विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने हेतु घर-घर पहुंचकर सम्पर्क अभियान चलाने पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा प्रभारी प्रधानाध्यापक कम्पोजिट विद्यालय मंझनपुर से छात्र नामांकन व विद्यालय के बारे में जानकारी ली गयी। विद्यालय के रसोइधर में टाइलीकरण हेतु ग्राम पंचायत से सम्पर्क कर रसोईघर का टायलीकरण पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। विद्यालय में आपरेशन कायाकल्प के तहत 19 पैरामीटर संतृप्तीकरण ठीक पाया गया। 19 पैरामीटर के अतिरिक्त विद्यालय के मैदान परिसर में क्षेत्र पंचायत से इण्टरलाकिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया। विद्यालय में जलजमाव की समस्या निराकरण हेतु क्षेत्र पंचायत से परिसर में गिराये गये मिट्टी को यथाशीघ्र मैदान में फैलाने हेतु ग्राम प्रधान महोदय को निर्देशित किया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, गाजीपुर ने छात्र-छात्राओं के ड्रेस एवं जूता-मोजा, स्टेशनरी हेतु डी०बी०टी० के माध्यम से खाते में प्रेषित धनराशि का सदुपयोग करने हेतु जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया गया। इसके साथ ही डोर-टू-डोर सर्वे के दौरान 15$ आयु वर्ग के निरक्षरों को चिह्नित करने का कार्य भी पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया। जिन बच्चों के आधार नामांकन नहीं हुए हैं उनका आधार बनाने हेतु अभिभावकों से सम्पर्क करके प्रयास करके डी०बी०टी० प्रक्रिया को समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विभाग से प्राप्त शिक्षण सामग्री का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने हेतु प्रधानाध्यापक को चेतावनी दी गयी। छात्र-छात्राओं की पाठ्य पुस्तकों का वितरण प्रत्येक छात्र-छात्रा तक यथाशीघ्र किये जाने और उसका विवरण प्रेरणा पोर्टल पर डी०सी०एफ० भरकर पूर्ण करने की समीक्षा की गयी। कार्यक्रम में बच्चों का स्वागत रोली टीका लगाकर किया गया। इस दौरान बच्चों में मिष्ठान एवं पकवान का वितरण कराया गया। बच्चों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद विद्यालय आने का उत्साह देखने योग्य था।