स्वतंत्रता आंदोलन में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाले और कांग्रेस पार्टी वरिष्ठ नेता और दलित होते हुए बहुजन समाज के चिंतक बाबू जगजीवन राम जी की 38 वीं पुण्यतिथि पर जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी गाजीपुर ने रायगंज स्थित चुनाव के कैंप कार्यालय पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद कर श्रद्धासुमन अर्पित किया और जिलाध्यक्ष सुनील राम के नेतृत्व में एक गोष्ठी का आयोजन किया, इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुनील राम ने कहा कि जब भी भारत की आजादी की बात होती है तो देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारियों में बाबू जगजीवन राम का भी जिक्र आता है। भारत के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रहे बाबू जगजीवन राम का 6 जुलाई 1986 को 78 वर्ष की उम्र में निधन हुआ था। बाबू जगजीवन राम का भारत के संसदीय लोकतंत्र के विकास में अमूल्य योगदान रहा है और आज कांग्रेस पार्टी उन्हीं के सिद्धांतो पर भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था के सिद्धांतों पर आगे बढ़ रही है। इस अवसर पर पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे एवं पूर्व अध्यक्ष डॉ मार्कंडेय सिंह ने बताया कि भोजपुर बिहार के चंदवा में जन्में बाबू जगजीवन राम 1946 में जवाहरलाल नेहरू की अंतरिम सरकार में सबसे कम उम्र के मंत्री बने थे, श्रम मंत्री के रूप में भारत के पहले कैबिनेट और भारत की संविधान सभा के सदस्य भी बने , जहाँ उन्होंने सुनिश्चित किया कि सामाजिक न्याय संविधान में निहित हो । वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के सदस्य के रूप में अगले 30 वर्षों तक विभिन्न विभागों के मंत्री के रूप में कार्य करते रहे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारत के रक्षा मंत्री थे, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ। शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने कहा कि आने वाले समय में कांग्रेश बाबू जगजीवन राम के आदर्शों को अपनाएगी और समाज के गरीब तबके की लड़ाई लड़ेगी ।
प्रमुख रूप से सदस्य डॉक्टर मारकंडेय सिंह जनक कुशवाहा अजय कुमार श्रीवास्तव ज्ञान प्रकाश सिंह मुन्ना और सुनील साहू आशुतोष गुप्ता एवं हामिद अली राम नगीना पांडे उषा चतुर्वेदी कुसुम तिवारी प्रमिला भारती सतीश उपाध्याय राशिद आदिल अख्तर संजय सिंह जय सिंह मनीष राय रतन तिवारी रिंकू ओम प्रकाश यादव अनुराग पांडे राफे ज्या अबू आसिफ गयासुद्दीन मिंटू आदि लोग उपस्थित है।