गाजीपुर। सरकारी सस्ते गल्लें की दुकान से आयकरदाता के परिवार भी फ्री में राशन ले रहे है। अब इनके खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गयी है। विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध विभिन्न विभागों के डाटाबेस को आपस में मैच कराने पर 16 हजार 742 राशनकार्डधारक ऐसे मिले है। जिसका कोई न कोई सदस्य आयकतादाता है। जिलापूर्ति अधिकारी अनंत प्रताप सिंह ने बताया कि एनआईसी उत्तर प्रदेश की ओर से विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध विभिन्न विभागों के डाटाबेस को आपस मिलाने पर कई मामले में सामने है। इससे जानकारी मिली है कि आयकरदाता के परिवार भी फ्री में राशन ले रहे है। अब ऐसे राशन कार्डधारकों, जिनके परिवार का कोई न कोई सदस्य वास्तव में आयकर दाता की श्रेणी में आ चुके हो, स्वयं तहसील स्तरीय पूर्ति कार्यालय में सम्पर्क कर अपना राशनकार्ड समर्पित कर दें। परिवार में किसी सदस्य के आयकर दाता श्रेणी में आने के कार्ड राशनकार्ड की पात्रता समाप्त हो जाती है। उन्होने कहा कि ऐसे 16742 राशन कार्ड धारकों के दस्तावेजों का सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के बाद ऐसे राशनकार्डधारकों को सूची से हटाया जाएगा।
आयकरदाता परिवार भी फ्री राशन का ले रहा लाभ
गाजीपुर। सरकारी सस्ते गल्लें की दुकान से आयकरदाता के परिवार भी फ्री में राशन ले रहे है। अब इनके खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गयी है। विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध विभिन्न विभागों के डाटाबेस को आपस में मैच कराने पर 16 हजार 742 राशनकार्डधारक ऐसे मिले है। जिसका कोई न कोई सदस्य आयकतादाता है। जिलापूर्ति अधिकारी अनंत प्रताप सिंह ने बताया कि एनआईसी उत्तर प्रदेश की ओर से विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध विभिन्न विभागों के डाटाबेस को आपस मिलाने पर कई मामले में सामने है। इससे जानकारी मिली है कि आयकरदाता के परिवार भी फ्री में राशन ले रहे है। अब ऐसे राशन कार्डधारकों, जिनके परिवार का कोई न कोई सदस्य वास्तव में आयकर दाता की श्रेणी में आ चुके हो, स्वयं तहसील स्तरीय पूर्ति कार्यालय में सम्पर्क कर अपना राशनकार्ड समर्पित कर दें। परिवार में किसी सदस्य के आयकर दाता श्रेणी में आने के कार्ड राशनकार्ड की पात्रता समाप्त हो जाती है। उन्होने कहा कि ऐसे 16742 राशन कार्ड धारकों के दस्तावेजों का सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के बाद ऐसे राशनकार्डधारकों को सूची से हटाया जाएगा।