गाजीपुर। मरदह थाना क्षेत्र अंतर्गत छेड़खानी का मामला निकल कर सामने आ रहा है। पीड़ित परिवार स्थानीय स्तर पर तंग हो गया है। मामला 25 जुलाई का बताया जा रहा है। जब पीड़िता अपने परिजनों को अपने ऊपर हो रहे छेड़- छाड़ के मामले से अवगत कराया तो सामाजिक लोक लाज के डर से परिजन किसी को कुछ नहीं कह पाये। लेकिन दबंग लगातार ऐसी हरकतें करता रहा। पीड़िता के पिता ने 3 अगस्त को गाजीपुर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया, परन्तु कार्यवाही न होने पर पुनः 8 अगस्त को प्राथना पत्र दिया। अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। बच्ची जिसकी उम्र महज 15 वर्ष बताया गया है। डर के मारे वो लड़की स्कूल भी नहीं जा रही है। लगता है कि नवागत पुलिस अधीक्षक ईराज राजा के दावे और वादे हवाहवाई साबित हो रहे है। जब वे जिले की कमान संभाले थे, तब उन्होंने कहा था कि कोई भी समस्या का निस्तारण 10 दिन के भीतर कर दिया जाएगा। उसके लिए तीन पर्ची की व्यवस्था भी बनाई है। मीडिया प्रतिनिधि ने मरहद थानाध्यक्ष से टेलिफोनिक वार्ता किया तो उन्होंने कहा कि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है। जॉच चल रही है। ऐसे में प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते पीड़ित के परिवार का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। पीड़िता के परिजनों ने बताया है कि अभी तक प्रशासनिक सहायता की आस नही दिख रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ ने मनचलों के लिए एंटी रोमियो स्कॉट बनाया है। उसका भी कोई असर जिले में होता नही दिख रहा।
नवागत पुलिस अधीक्षक के दावे और वादे हवाहवाई साबित हो रहा...
गाजीपुर। मरदह थाना क्षेत्र अंतर्गत छेड़खानी का मामला निकल कर सामने आ रहा है। पीड़ित परिवार स्थानीय स्तर पर तंग हो गया है। मामला 25 जुलाई का बताया जा रहा है। जब पीड़िता अपने परिजनों को अपने ऊपर हो रहे छेड़- छाड़ के मामले से अवगत कराया तो सामाजिक लोक लाज के डर से परिजन किसी को कुछ नहीं कह पाये। लेकिन दबंग लगातार ऐसी हरकतें करता रहा। पीड़िता के पिता ने 3 अगस्त को गाजीपुर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया, परन्तु कार्यवाही न होने पर पुनः 8 अगस्त को प्राथना पत्र दिया। अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। बच्ची जिसकी उम्र महज 15 वर्ष बताया गया है। डर के मारे वो लड़की स्कूल भी नहीं जा रही है। लगता है कि नवागत पुलिस अधीक्षक ईराज राजा के दावे और वादे हवाहवाई साबित हो रहे है। जब वे जिले की कमान संभाले थे, तब उन्होंने कहा था कि कोई भी समस्या का निस्तारण 10 दिन के भीतर कर दिया जाएगा। उसके लिए तीन पर्ची की व्यवस्था भी बनाई है। मीडिया प्रतिनिधि ने मरहद थानाध्यक्ष से टेलिफोनिक वार्ता किया तो उन्होंने कहा कि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है। जॉच चल रही है। ऐसे में प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते पीड़ित के परिवार का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। पीड़िता के परिजनों ने बताया है कि अभी तक प्रशासनिक सहायता की आस नही दिख रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ ने मनचलों के लिए एंटी रोमियो स्कॉट बनाया है। उसका भी कोई असर जिले में होता नही दिख रहा।