गाजीपुर/ मैनपुर। स्वतंत्रता दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जिसे पूरे देशभर में अत्यंत धूमधाम और गर्व के साथ मनाया जाता है। इस दिन को लेकर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन कुछ आयोजन इतने विशेष और अद्वितीय होते हैं कि वे सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ऐसा ही एक आयोजन कंपोजिट विद्यालय मैनपुर में हुआ, जिसने न केवल स्थानीय समुदाय को प्रभावित किया बल्कि खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह को भी चकित कर दिया।
कंपोजिट विद्यालय मैनपुर, जो एक सरकारी स्कूल है, ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक भव्य और मनमोहक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों ने अपनी प्रतिभा और समर्पण को प्रस्तुत कर सभी को प्रभावित किया। स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों ने विविध प्रस्तुतियाँ दीं, जो न केवल प्रेरणादायक थीं बल्कि उनकी मेहनत और लगन का भी प्रमाण थीं।
कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसे ग्राम प्रधान एवम् विद्यालय के प्रधानाध्यापक बृजेश कुमार यादव के साथ अंजली सिंह, पूनम कुमारी यादव, गुड़िया कुशवाहा, रंजना सिंह, पायल सोनकर, जय सिंह चौहान, सुशील प्रजापति, पंकज कुमार भारती और प्रियंगना द्विवेदी आदि शिक्षकों ने मिलकर सम्पन्न किया। इसके बाद, बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया।
बच्चों ने समर्पण और भावनाओं से भरे देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए, जो दर्शकों को भावुक कर देने वाले थे। इन गीतों में स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत और देश के प्रति प्रेम की भावना को जीवंत किया गया।
बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम की विभिन्न घटनाओं पर आधारित नाटकों का मंचन किया। इनमें सोशल मीडिया के दूरगामी परिणाम की भूमिका को जीवंत रूप में दर्शाया गया। इसके साथ ही, रंग-बिरंगे परिधानों में बच्चों ने पारंपरिक और आधुनिक नृत्यों की प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें उनके नृत्य कौशल और अभिनय प्रतिभा की झलक देखने को मिला।
कई छात्रों ने स्वतंत्रता और राष्ट्र के महत्व पर कविताएँ पढ़ी, जिनमें उन्होंने देश की आजादी की यात्रा और वर्तमान में उसकी स्थिति पर विचार व्यक्त किए। इन कविताओं में स्वतंत्रता की मिठास और संघर्ष की गहराई को बखूबी दर्शाया गया।
बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस के थीम पर आधारित विशेष कार्यक्रम को देखने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, "मैं आज यहाँ आकर बहुत खुश हूँ। कंपोजिट विद्यालय मैनपुर के बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस के इस कार्यक्रम को अद्वितीय बना दिया है। उनके प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अपनी प्रतिभा और क्षमता में किसी से कम नहीं हैं।"
रविंद्र सिंह ने बच्चों की मेहनत और शिक्षकों के समर्पण की सराहना की। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल बच्चों की प्रतिभा को प्रकट करते हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं। उनके अनुसार, ऐसे कार्यक्रम बच्चों के शिक्षा में एक महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने में मदद करते हैं।
शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष अनंत सिंह ने कंपोजिट विद्यालय मैनपुर के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि स्थानीय समाज पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस प्रकार के आयोजनों से यह संदेश जाता है कि सरकारी स्कूलों में भी गुणात्मक शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियाँ हो रही हैं। इससे अन्य स्कूलों और समुदायों को प्रेरणा मिलती है और वे भी अपनी गतिविधियों को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं।
कंपोजिट विद्यालय मैनपुर के बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जो भव्य और प्रेरणादायक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, वह एक उदाहरण है कि सरकारी स्कूलों में भी उत्कृष्टता और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने न केवल स्थानीय समुदाय को बल्कि सभी उपस्थित लोगों को भी प्रभावित किया है। इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों के समग्र विकास में सहायक होते हैं और उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर प्रेरित करते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर किए गए इस अद्वितीय आयोजन ने यह साबित कर दिया कि सही दिशा और समर्थन से सरकारी स्कूलों के बच्चे भी किसी से पीछे नहीं हैं।