विशेष रिपोर्ट: उपेंद्र यादव - वि.न्यू./वीएनएफए


वाराणसी। गांधीयन मीडिया ग्रुप तथा भैयाजी बनारसी स्मृति न्यास के संयुक्त तत्वाधान में वैश्विक शांति सद्भावना संकल्प एवं सम्मान समारोह का आयोजन वाराणसी के लहुरावीर चौराहे पर स्थित भैयाजी बनारसी के प्रतिमा स्थल पर सकुशल संपन्न हुआ।

        कार्यक्रम में संस्था के समस्त पदाधिकारी साहित्यकार, समाजसेवी, पत्रकार बंधुओ ने शिरकत करते हुए भैयाजी बनारसी को मल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित किया तथा  उनके समक्ष शीश नवाया और श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

        संकल्प सभा एवं सम्मान समारोह की विषय स्थापना करते हुए कार्यक्रम संयोजक गांधीयन मीडिया ग्रुप के अध्यक्ष राजेश आजाद ने कहा कि वैश्विक शांति सद्भावना मानवता दृष्टिकोण पर आधारित है तथा महान साहित्यकार, पत्रकार, हास्य कवि भैयाजी बनारसी के व्यक्तित्व में इन्हीं दुर्लभ विशेषताओं का सहज पुट मिलता है ,कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कवि राजेंद्र प्रसाद गुप्त ने भैयाजी बनारसी को काशी का अनमोल साहित्य एवं सांस्कृतिक धरोहर तथा काशीवासियों का चहेता बताया,

      समारोह में वक्ताओं  ने कहा कि भैयाजी बनारसी की सद्भावना अपेक्षा एवं संदेशों को अमली जामा पहनकर हिंदी साहित्य समाज और राष्ट्र की सेवा में निस्वार्थ भाव के साथ प्रेम सद्भाव भाईचारा के बीच कार्य करने के लिए प्रेरित करता रहेगा ,साथ ही कार्यक्रम में सभी ने स्वर्गीय मोहनलाल गुप्त भैयाजी बनारसी को मरणोपरांत उन्हें केंद्र एवं राज्य सरकार से *पदम - श्री* सम्मान प्रदान करने की पुर जोर मांग की गई ।

          कार्यक्रम में भैयाजी बनारसी की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने वाले साहित्यकार, कवि ,पत्रकार और समाजसेवी बंधुओ को अंगवस्त्रम एवं मल्यार्पण कर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सम्मानित किया गया ।

           कार्यक्रम में मौजूद सभी कवियों ने तबीयत से काव्य पाठ किया ,कार्यक्रम समारोह में प्रमुख रूप से राजेश आजाद ,राजेंद्र गुप्ता ,तिलक राज कपूर ,श्रीमती गीता श्रीवास्तव, डा.अरविंद गांधी(वरिष्ठ पत्रकार/अधिवक्ता) कुमार हेमंत , चिन्मय चटर्जी "चिन्मयानंद"  गोपाल प्रसाद एडवोकेट ,दिलीप विश्वकर्मा, सिद्धनाथ शर्मा, नरोत्तम शिल्पी, चिंतित बनारसी, मनोज सिंह, अजय सिंह ,मनोज पाल, धीरू कुमार एडवोकेट, सुजात रामनगरी आदि प्रमुख लोगों ने भाग लिया ।

        कार्यक्रम का सफल संचालन कुमार हेमंत ने किया धन्यवाद ज्ञापन गोपाल प्रसाद एडवोकेट ने किया।