गाज़ीपुर। लंका मैदान में विश्वकर्मा महासभा के तत्वाधान में विश्वकर्मा पूजन उत्सव, शोभा यात्रा और स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रेम नारायण विश्वकर्मा, कैबिनेट मंत्री एवं विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष रहे। उन्होंने अपने संबोधन में समाज की एकता और राजनीतिक सक्रियता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमारे समाज में राजनीति करने की क्षमता है। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के माध्यम से हमारी एकता बढ़ रही है। एकता के बिना सफलता संभव नहीं है।" उन्होंने स्वजातीय बंधुओं से अपील की कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए शिक्षण संस्थानों में दाखिला कराएं। शिक्षा के साथ-साथ संस्कारित ज्ञान का होना भी आवश्यक बताया।
विश्वकर्मा ने व्यापार के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "राजनीति के साथ-साथ हमें छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने चाहिए। हमारा गौरवशाली इतिहास हमें प्रेरित करता है, और इसे जानकर हम अवश्य सफल होंगे।" विशिष्ट अतिथि डॉक्टर कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "बिना राजनीतिक भागीदारी के हम कुछ नहीं कर सकते। मैंने जमीनी स्तर पर काम किया है, इसलिए जनता ने मुझे बार-बार राजनीतिक प्रतिनिधित्व का अवसर दिया। राजनीति ही वह मार्ग है, जिसके माध्यम से हम अपने अधिकारों की प्राप्ति कर सकते हैं।"
कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे, जिनमें अजय कुमार विश्वकर्मा (राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व कल्याण मानव समाज पार्टी), अनीता विश्वकर्मा (पटना), त्रिपुरायक विश्वकर्मा, संदीप विश्वकर्मा, रामाश्रय विश्वकर्मा, और कई अन्य प्रमुख थे। सभी वक्ताओं ने समाज के विकास और एकता पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेंद्र विश्वकर्मा उर्फ लौजारी बाबा ने की, जबकि संचालन का कार्य राघव शर्मा रमन ने किया। इस अवसर पर चंदन विश्वकर्मा, भोलेनाथ विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, और अन्य उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में शिक्षा, एकता और राजनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देना था। आयोजकों का मानना है कि इस प्रकार के आयोजन समाज को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और स्वाभिमान के प्रति एक नई चेतना उत्पन्न करते हैं।