गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कर-करेत्तर और मासिक स्टाफ बैठक का आयोजन रायफल क्लब सभागार में हुआ। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों की राजस्व वसूली की समीक्षा करना और आवश्यक निर्देश देना था। जिलाधिकारी ने बैठक में परिवहन, वन विभाग, स्टाम्प, नगर पालिका, आडिट आपत्ति, चकबन्दी, व्यापार कर, विद्युत देय, आबकारी, अंश निर्धारण, मोटर देय, और आईजीआरएस के संबंध में विस्तृत चर्चा की।

लक्ष्य प्राप्ति पर जोर

जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे राजस्व प्राप्ति के संबंध में अपने-अपने लक्ष्यों को प्रत्येक माह पूरा करें। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि सभी विभाग राजस्व लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त करें, ताकि सरकार की योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो सके। उन्होंने कम राजस्व वसूली वाले विभागों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी हर महीने कार्य योजना बनाकर उसे मूर्त रूप दें। लापरवाही और शिथिलता को स्वीकार नहीं किया जाएगा। 

कार्यवाही की चेतावनी

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जो विभागीय अधिकारी अपने राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर पाएंगे, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी, और इसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। यह निर्देश अधिकारियों के लिए स्पष्ट चेतावनी है कि उन्हें अपने कार्यों में गंभीरता से प्रयास करने की आवश्यकता है।

लंबित मामलों का निस्तारण

बैठक के बाद जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ भी विशेष चर्चा की। उन्होंने लंबित प्रकरणों और विवादित मामलों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारियों, तहसीलदारों और अन्य संबंधित अधिकारियों को कहा कि वे राजस्व कार्यों में तत्परता दिखाएं। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सरकार की योजनाओं का लाभ जन सामान्य को आसानी से मिले।

 प्राथमिकता के आधार पर वसूली

जिलाधिकारी ने राजस्व वसूली को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि डिमांड के अनुसार वसूली की जाए। इसके साथ ही, राजस्व वादों के निस्तारण में गुणवत्ता और दोष के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। 

बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) दिनेश कुमार, सभी उपजिलाधिकारी, तहसीलदार और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। यह बैठक गाजीपुर जिले में राजस्व वसूली की प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने और कार्यों की गति को तेज करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। जिलाधिकारी की यह सक्रियता न केवल अधिकारियों को प्रेरित करती है, बल्कि राजस्व वसूली की प्रक्रिया को भी पारदर्शी और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। 

इस प्रकार, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की बैठक ने गाजीपुर के विभिन्न विभागों में राजस्व वसूली के प्रति गंभीरता को और बढ़ाया है, जिससे जिले में विकास की संभावनाएं और अधिक प्रबल हो सकती हैं।