गाजीपुर, 01 जनवरी 2024 से अब तक घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवाद से संबंधित कुल 656 शिकायती प्रार्थना पत्र कार्यालय महिला सहायता प्रकोष्ठ में प्राप्त हुए हैं। इस दौरान, पुलिस अधीक्षक महोदय के कुशल नेतृत्व में 475 मामलों का सफल निस्तारण किया गया है।

महिला सहायता प्रकोष्ठ ने बातचीत के माध्यम से दोनों पक्षों के बीच समझौता कराते हुए दो दंपतियों को बिखरने से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रयास घरेलू हिंसा के मामलों में सामाजिक समाधान को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।

हालांकि, 21 मामलों में मध्यस्था विफल होने के बाद अभियोग पंजीकृत कराया गया। अन्य मामलों में, प्रतिवादी को नोटिस जारी की गई है, जिससे कि दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित किया जा सके। कार्यालय का उद्देश्य यह है कि वैचारिक मतभेदों को सुलझाते हुए दंपतियों को पुनः एकजुट किया जा सके।

महिला सहायता प्रकोष्ठ की टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी मामलों में बिना किसी दबाव के बातचीत के माध्यम से निपटारा किया जाए। इसके तहत, दोनों पक्षों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया जाता है, जिससे परिवारों में सकारात्मक वातावरण बना रहे।

यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवाद के मामलों में जागरूकता और समझौते के जरिए समाधान संभव है। गाजीपुर में महिला सहायता प्रकोष्ठ का यह प्रयास न केवल पीड़ित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में सामंजस्य और शांति के लिए भी आवश्यक है।