गाज़ीपुर। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ गाजीपुर की संयुक्त कार्यसमिति की बैठक 25 अक्टूबर को जिलाध्यक्ष राधेश्याम सिंह यादव की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय पर हुई। इस बैठक में शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा की गई और क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने विभिन्न मुद्दों को उठाया। जिला महामंत्री अजय कुमार ने कहा कि जनपद में डिजिटाइजेशन का मुद्दा फिर से सामने आया है, जबकि जुलाई में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से शासन को इस संबंध में अवगत कराया गया था।

अध्यक्ष राधेश्याम सिंह यादव ने बताया कि प्रदेश के शिक्षक संगठनों से वार्ता के बाद शासन ने समिति का गठन करने और संघ के पदाधिकारियों को उसमें शामिल करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई समिति नहीं बनी है और डिजिटाइजेशन से संबंधित खामियों को दूर नहीं किया गया है। इससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शासन में बैठे अधिकारी किसी प्रकार का दबाव बनाएंगे, तो प्रदेश के शिक्षक धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।

बैठक में शिक्षकों को बताया गया कि जनपद गाजीपुर में हर माह वेतन रोकने की धमकी देकर शिक्षण कार्य के अलावा अन्य कार्य कराया जा रहा है। संघ ने सभी शिक्षकों से अपील की है कि डिजिटाइजेशन के कार्य को तब तक बंद रखा जाए, जब तक प्रदेश से इस पर स्पष्ट निर्णय नहीं होता।

बैठक का संचालन जिला महामंत्री अजय कुमार ने किया, जिसमें नई कार्यकारिणी के सदस्यों और क्षेत्रीय अध्यक्षों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। शिक्षकों की एकजुटता और उनके अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया गया।