गाजीपुर। करंडा ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह के साथ मारपीट और हिंसा के मामले में सस्पेंड हुए दो शिक्षकों के सस्पेंसन आर्डर को वापस लेने के लिए बीएसए हेमंत राव पर लगातार दबाव बन रहा है। दबाव बनाने वाले लोग कौन है इस बारे में पूरे विभाग के लोग जानते है। चर्चा यहा तक है कि कुछ शिक्षक नेताओं द्वारा जिला प्रशासन पर भी  इस आशय का  राजनीतिक दबाव बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है  कि बीईओ करंडा का येन केन प्रकारेण स्थानांतरण दूसरे ब्लाक में हो जाये। विभागीय सूत्र बताते है कि बीईओ से मारपीट के बाद कंपोजिट विद्यालय शिक्षा क्षेत्र करंडा के ही एक अनुसूचित जाति के शिक्षक से मिलकर नंदगंज थाने में बीईओ करंडा के खिलाफ एक मनगढंत तहरीर भी डलवा दी गयी है ताकि बीईओ रवींद्र सिंह दबाव में आकर संबंधी मामले की पुलिस अधीक्षक के यहां दी गयी तहरीर को वापस कर ले। ज्ञातव्य हो कि दिनांक 15 अक्टूबर को दो शिक्षक नेताओ द्वारा करंडा ब्लाक स्थित एक विद्यालय प्राथमिक विद्यालय सहेड़ी करंडा पर शिक्षकों के मीटिंग के दौरान उनके साथ अभद्रता ल मारपीट की गयी थी। जिस संदर्भ में उसी दिन बीईओ करंडा द्वारा पुलिस कप्तान के आवास पर रात 11 बजे पहुंचकर शासकीय कार्य में व्यवधान संबंधी  तहरीर दी गयी थी और साथ ही साथ बीएसए  को भी लिखित रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी।  बीएसए हेमंत राव द्वारा प्रथम दृष्टया दोनों शिक्षकों मानवेन्द्र सिंह व चंद्रशेखर सिंह को दोषी मानते हूये 18 अक्टूबर को  निलंबित करते हुये त्रिसदस्यीय बीईओ कि कमेटी का गठन भी किया जा चुका  किया जा चुका है।


वर्जन

मेरे द्वारा पुलिस अधीक्षक  को घटना के दिन ही रात्रि 11 बजे उनके आवास पर जाकर घटना से संबंधित तहरीर दे दी गयी थी। बीएसए द्वारा दोनों शिक्षकों को निलंबित भी किया जा चुका है। नंदगंज थाने से वहां के प्रभारी निरीक्षक द्वारा दूरभाष से  मेरे विरूद्ध किसी अनुसूचित जाति के शिक्षक द्वारा तहरीर दिये जाने कि सूचना दी गयी। यह तहरीर पूर्णतया मनगढ़ंत है। मैं नंदगंज थाने में उपस्थित होकर प्रभारी निरीक्षक को घटना की पूरी जानकारी दे दी गयी है। निलंबित दोनो शिक्षकों द्वारा बदले की भावना से कार्य करते हुये क्रास एफ आई आर कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि समझौता का दबाव बनाया जा सके। अब इस मामले में बीएसए  व पुलिस अधीक्षक का जो भी निर्णय होगा, वह मुझे मानना है। रविंद्र सिंह-बीईओ करंडा


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दोषी शिक्षकों को निलंबित कर त्रिसदस्यीय बीईओ की कमेटी द्वारा जांच की जा रही है। जांच में जो भी रिपोर्ट आयेगी उसी आधार पर आगे सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। हेमंत राव-बीएसए