गाजीपुर: गाजीपुर के दिलदारनगर में जीआरपी चौकी के अंतर्गत एक अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन यात्रा के दौरान मृत्यु हो गई। शव की पहचान न होने पर स्थानीय समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह और हेड कांस्टेबल श्री लल्लन सिंह ने मिलकर शव को मर्चरी रूम में रखवाया। 72 घंटे बीत जाने के बावजूद मृतक की पहचान नहीं हो सकी।

इस स्थिति को देखते हुए समाजसेवी और पुलिसकर्मियों ने मिलकर मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस ले जाने का निर्णय लिया। वहां आवश्यक प्रक्रियाओं के बाद शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। इसके बाद, मृतक का अंतिम संस्कार अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से किया गया।

इस कार्रवाई में कांस्टेबल श्री आशीष कुमार सिंह ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाजसेवी और पुलिसकर्मियों के इस प्रयास ने यह साबित किया कि मानवता की सेवा में सभी एकजुट होकर कार्य कर सकते हैं, चाहे वह किसी की पहचान न हो। यह घटना उन लोगों के लिए एक उदाहरण है, जो जरूरतमंदों की मदद करने से पीछे नहीं हटते।