लखनऊ। 17 अक्टूबर 2024 को लखनऊ में एडीजी रेलवे, उत्तर प्रदेश, श्री प्रकाश डी. ने जीआरपी लाइन गोरखपुर में एक महत्वपूर्ण अपराध गोष्ठी का आयोजन किया। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक रेलवे, गोरखपुर, श्री संदीप कुमार मीना और पुलिस उपाधीक्षक रेलवे, श्री विनोद कुमार भी शामिल हुए। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य रेलवे ट्रैक की सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और मिशन शक्ति अभियान की प्रगति की समीक्षा करना था।

गोष्ठी में चर्चा के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया: 

अपराधियों की पहचान: एडीजी ने रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले नागरिकों को जागरूक करने के लिए संवेदनशील स्थानों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। इससे ट्रैक पर अवरोध और पत्थरबाजी की घटनाओं की रोकथाम में मदद मिलेगी।

 पूर्व घटनाओं की समीक्षा: एडीजी ने पूर्व में घटित घटनाओं का अनावरण करने के निर्देश दिए, ताकि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सके।

जीरो टॉलरेंस नीति: उन्होंने अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। ट्रेनों में एस्कॉर्ट व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी। 

यात्रियों की सुरक्षा: रेलवे ट्रैक और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहने और शासन की गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए।

कानून व्यवस्था की निगरानी: कानून व्यवस्था, आपराधिक प्रकरणों के निस्तारण, और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की निगरानी रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए गए। सी-प्लान एप के माध्यम से अपराधियों का सत्यापन भी किया जाएगा।

सैनिक सम्मेलन: गोष्ठी में उपस्थित सभी प्रभारी निरीक्षक और थाना प्रभारी के साथ सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया। उनकी व्यक्तिगत समस्याओं को सुनकर निस्तारण के आदेश दिए गए।

महिला सुरक्षा: मिशन शक्ति फेज 5.0 के तहत 90 दिवसीय कार्यशाला की जानकारी दी गई। सभी कर्मचारियों को इसका अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

त्यौहारों के दौरान सतर्कता: आगामी त्योहारों के संदर्भ में सभी थाना और चौकी प्रभारी को ट्रेनों और प्लेटफार्मों पर होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए।

एडीजी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को जनता और यात्रियों के प्रति सकारात्मक व्यवहार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी घटना के बारे में संबंधित पुलिस अधिकारियों को समय पर जानकारी दें, जिससे ससमय कानूनी कार्रवाई हो सके।

यह गोष्ठी रेलवे सुरक्षा को सुदृढ़ करने और अपराध नियंत्रण में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।