गांधी जी के विचारों से बड़ा बदलाव देखने को मिला समाज सेवी राजकुमार मौर्य
गाज़ीपुर गोविंदपुर ,किरत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मनाई गई जयंती ,जय मां काली स्वयं सहायता समूह की सभी महिलाएं इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग ली, विनोद कुशवाहा के घर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर सभी महिलाओं ने एक-एक करके पुष्प अर्पित किए कार्यक्रम में बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट, के संस्थापक समाज सेवी राजकुमार मौर्य ने कहा कि 2 अक्टूबर का दिन हम सबके लिए ऐतिहासिक दिन है। हम सभी को मिलकर यह शपथ लेने चाहिए की हम भारत को स्वच्छ भारत बनाने में अपना योगदान सुनिश्चित करेंगे, और अन्याय के खिलाफ कभी नहीं झुकेंगे। स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा मीरा देवी ने बताया कि जब तक महिलाएं एकजुट नहीं होगी तब तक यातनाएं झेलनी पड़ेगी, जिस दिन महिलाएं संगठित हुई उसी दिन से कोई व्यक्ति गलत करने में 100 बार सोचेगा । मीरा देवी का साथ देते हुए सभी महिलाओं ने एक सुर में कहा कि आप आगे चलिए हम सभी लोग चट्टान की तरह आपके साथ खड़ी मिलेंगी
सचिव संतोष गुप्ता ने गांधी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था. उनके पिता का नाम करमचंद गांधी और मां का नाम पुतलीबाई था. गांधी जी एक भारतीय राजनीतिज्ञ, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, और लेखक थे. वे ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नेता थे. उन्हें अपने देश का पिता माना जाता है.