गाजीपुर, 30 नवंबर 2024: आज दिनांक 30 नवम्बर को गाजीपुर जिले में यातायात माह नवंबर 2024 के समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों, पुलिस अधिकारियों, और समाजसेवी संगठनों ने मिलकर यातायात सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत विकास भवन चौराहे से हुई, जहां एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर), एनएसएस (नेशनल सर्विस स्कीम), और आदर्श बौद्ध इंटर कॉलेज के छात्रों ने एक भव्य रैली निकाली।

रैली का उद्देश्य और मार्ग

रैली का उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और सड़क सुरक्षा के महत्व को समझाना था। रैली में भाग लेने वाले छात्रों ने यातायात नियमों के बारे में संदेश देने वाले पोस्टर्स और बैनर लेकर प्रदर्शन किया। वे यातायात संकेतों और पैदल चलने वालों के अधिकारों के बारे में भी लोगों को सूचित करते हुए नगर के विभिन्न मुख्य मार्गों से होते हुए पी.जी. कॉलेज चौराहा पहुंचे। रैली में छात्रों ने सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए अपनी आवाज बुलंद की। रैली के दौरान लोगों को हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, ओवर स्पीडिंग से बचने, और मोबाइल का इस्तेमाल करने के दौरान ध्यान रखने के बारे में बताया गया।

नुक्कड़ नाटक का आयोजन

रैली के बाद पी.जी. कॉलेज चौराहे पर एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से यमराज और सिंगर राकेश कुमार द्वारा अभिनय किया गया। इस नाटक के माध्यम से सड़क सुरक्षा के महत्व को एक दिलचस्प और संवादात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया। नाटक में यमराज ने सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली हानि और उनके बाद के परिणामों को दर्शाया, जबकि राकेश कुमार ने अपने गीतों के माध्यम से यह संदेश दिया कि यातायात नियमों का पालन कर हम अपनी और दूसरों की जान को बचा सकते हैं।

नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों को गहरे तरीके से सोचने पर मजबूर किया और यातायात नियमों के पालन की महत्ता को समझाया। नाटक का संदेश यह था कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए केवल सरकार और पुलिस ही जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

समापन समारोह का आयोजन

समापन समारोह पुलिस लाइन सभागार गाजीपुर में आयोजित किया गया, जहां विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। इस समारोह में गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. इरज राजा, जिला जज MACT संजय हरी शुक्ला, अपर पुलिस अधीक्षक नगर/यातायात ज्ञानेन्द्र, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अतुल कुमार सोनकर, क्षेत्राधिकार नगर/यातायात सुधाकर पांडेय, कोतवाल नगर दीनदयाल पांडेय और यातायात प्रभारी मनीष कुमार त्रिपाठी सहित अन्य पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

समारोह में इन सभी अधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए और यातायात सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया। पुलिस अधीक्षक डॉ. इरज राजा ने कहा, “यातायात नियमों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें यह समझना होगा कि सड़क सुरक्षा केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि हमारे परिवार, समाज और देश के लिए भी महत्वपूर्ण है। हर नागरिक को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए ताकि हम सभी सुरक्षित रह सकें।”

इसके अलावा, जिला जज संजय हरी शुक्ला ने भी यातायात के नियमों का पालन करने की आवश्यकता को रेखांकित किया और इसे सामाजिक जिम्मेदारी मानते हुए सभी से इसे गंभीरता से अपनाने का आग्रह किया। अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेन्द्र ने कहा कि यातायात के नियमों का पालन करके हम न केवल सड़क पर अपने जीवन को सुरक्षित कर सकते हैं, बल्कि दूसरों के जीवन को भी सुरक्षित रख सकते हैं।

समारोह में उपस्थित सभी अधिकारियों ने यातायात के प्रति जागरूकता फैलाने वाले कार्यक्रमों की सराहना की और यह भी कहा कि इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मददगार साबित होते हैं।

यातायात माह के उद्देश्यों की उपलब्धि

यातायात माह नवंबर 2024 का यह समापन समारोह न केवल गाजीपुर जिले में सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि समाज के सभी वर्गों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि हम सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकें। इस महीने के दौरान आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों और रैलियों ने लोगों में यातायात सुरक्षा के प्रति एक जागरूकता पैदा की है।

अंततः, गाजीपुर के इस यातायात माह समापन समारोह ने यह स्पष्ट कर दिया कि केवल पुलिस और प्रशासन ही नहीं, बल्कि नागरिकों की सहभागिता भी सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आने वाले दिनों में इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से लोग यातायात नियमों का पालन करेंगे और शहर की सड़कों पर सुरक्षित यात्रा करेंगे।

यह आयोजन गाजीपुर में एक आदर्श बनकर सामने आया, जहां छात्रों, प्रशासन और समाज के अन्य हिस्सों ने मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।