मऊ, एक ऐसा जिला जो हमेशा से जरायम की दुनिया में कुख्यात रहा है, अब एक बार फिर सुर्खियों में है। मुख़्तार अंसारी के आगमन के बाद से मऊ अपराध का गढ़ बन गया है। हालांकि, योगी सरकार के प्रयासों से पिछले सात वर्षों में इस पर नियंत्रण पाने की कोशिश की गई है, लेकिन अभी भी इसकी जड़ें काफी गहरी हैं।
हाल ही में, कोपागंज और दक्षिण टोला थाने की पुलिस ने एक 25,000 रुपये के इनामी बदमाश दीपक गौड़ को गिरफ्तार किया। यह मुठभेड़ रविवार की भोर में लगभग 4:30 बजे कोपागंज थाना क्षेत्र के सरवा गांव के पास हुई। पुलिस को सूचना मिली थी कि दीपक बिना नंबर की बाइक पर भातकोल मार्ग पर जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में घेराबंदी शुरू की।
जब पुलिस ने दीपक को सरेंडर करने की चेतावनी दी, तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी ने स्थानीय नागरिकों में दहशत फैला दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दीपक के पैर में गोली लग गई, और वह घायल होकर गिर पड़ा। उसकी पहचान कोतवाली आजमगढ़ के ब्रह्मस्थान के कोईराना वार्ड नंबर 18 निवासी दीपक गौड़ (29) के रूप में हुई।
पुलिस ने बताया कि दीपक पर मऊ, आजमगढ़ और गाजीपुर में कुल 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। हाल में, वह कोपागंज थाना क्षेत्र में शराब की दुकान में हुई चोरी का मुख्य अभियुक्त भी था। घायल दीपक को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, और बाद में उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया। इस घटना ने एक बार फिर मऊ में अपराध के मुद्दे को उजागर किया है, जहां पुलिस की सक्रियता के बावजूद चुनौती अभी भी बनी हुई है।