गाजीपुर के जमानियां नगर कस्बा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रतिदिन 100 से लेकर 150 मरीजों का इलाज किया जाता है। इसके बाद भी विभागीय स्तर से तथा जनप्रतिनिधियों के द्वारा सीएचसी का दर्जा दिलाने के बजाए मूक दर्शक बनकर तमाशा देखते रहे। जिम्मेदार नहीं चाहते की नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी सुविधा मुहैया कराने के साथ 30 बेड का अस्पताल दिला सके। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। भूमि ज्यादा है। अगर पुरानी आवास और ओपीडी को तोड़ कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण के लिए ज्यादा जमीन और पर्याप्त है। शांति एकता कमेटी के सरपरस्त नेसार खान वारसी, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार नगर अध्यक्ष इजहार खान, जहीर खान,युगुल किशोर सिंह, अनिल कुमार सिंह, नेहाल खान, ब्रह्मण पुजारी उद्धव कुमार पांडेय, जिला पंचायत सदस्य बसंत यादव, कमाल माहिर, डा, शेषनाथ उपाध्याय, रमाकांत तिवारी,
मौलाना तनवीर रजा सिद्दीकी, रेहान अहमद सिद्दीकी, बेलाल मंसूरी, विजय कुमार यादव, पंकज निगम, जमाल मंसूरी, साजिद सिद्दीकी, वीरेंद्र कुमार, हाजी तबस्सुम सिद्दीकी, अफजाल मंसूरी, ईशा नियाजी, बंशी गुप्ता,एडवोकेट मोहम्मद इमराम नियाजी, जिला पंचायत सदस्य आकाश यादव, चंदन तिवारी, नेहाल मंसूरी, सतीश जयसवाल, कमाल मंसूरी आदि लोगों का कहना रहा। की नगर कस्बा स्थित पीएचसी पर प्रतिदिन 100 से लेकर 150 मरीजों का इलाज किया जाता है। लेकिन केंद्र पर इलाज संबंधित सुविधा नही होने के कारण मरीजों के लिए काफी परेशान होना पड़ता है। लोगों ने विभागीय अधिकारी व विधायक, सांसद का ध्यान आकृष्ट कराते हुए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सीएचसी का दर्जा के साथ 30 बेड का अस्पताल बनाने की मांग किया। लोगों ने कहा कि जिम्मेदारों ने समय रहते ध्यान नहीं दिया। तो आंदोलन चलाने के लिए मजबूर होंगे। लोगों ने बताया कि क्षेत्र के बरूईन गांव के सामने बेहतर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण करा कर पूरी सुविधा मुहैया कराया गया। लेकिन उसका हाल बद से बदतर होने के साथ कार्यरत चिकित्सक और कर्मचारी केंद्र पर उपस्थित न होकर ऐशो आराम में पूरा समय बर्बाद करते रहते है। लेकिन नकेल कसने के लिए विभागीय उच्चाधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि तैयार नहीं दिखते है। इस लिए
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पूरी सुविधा और 30 बेड के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन के लिए नगर वासियों के साथ ग्रामीण एकजुट होने को बेबस हो चुके है। ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया हो सके। इस संबंध में केंद्र प्रभारी चिकित्सक डा, रवि रंजन ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा के साथ 30 बेड का निर्माण कराने व पूरी सुविधा मुहैया हो जाए तो बड़ी से बड़ी इलाज किया जा सकता है।