गाजीपुर। जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए हर शनिवार को आयोजित होने वाले सम्पूर्ण समाधान दिवस के तहत इस बार गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ। पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा की उपस्थिति में आयोजित इस समाधान दिवस में विभिन्न प्रकार की 109 शिकायतों/प्रार्थनाओं की प्राप्ति हुई, जिनमें से 9 का मौके पर निस्तारण किया गया।
इस दिन जिले की सातों तहसीलों से कुल 365 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 30 शिकायतों का मौके पर समाधान किया गया। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन समस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिन अधिकारियों की कार्यप्रणाली में लापरवाही पाई जाएगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में कासिमाबाद तहसील के अलावा जिले की अन्य तहसीलों से भी शिकायतें आईं। तहसील जखनियां में उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 55 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 5 का मौके पर निस्तारण किया गया। इसी तरह, तहसील जमानिया में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में 42 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 4 का मौके पर समाधान किया गया। सदर तहसील में 39 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से एक का निस्तारण हुआ। तहसील मुहम्मदाबाद में 75 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 4 का निस्तारण हुआ। सेवराई तहसील में अपर जिलाधिकारी (विकास/राजस्व) राजेश कुमार की अध्यक्षता में 18 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 2 का निस्तारण हुआ। वहीं, सैदपुर तहसील में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में 27 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 5 का मौके पर समाधान किया गया।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान कुछ शिकायतें अधिकारियों की कार्यशैली से संबंधित थीं। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कासिमाबाद के कानूनगो कमलकांत तिवारी और हनुमान वर्मा के कार्य में लापरवाही पाए जाने पर कड़ा संज्ञान लिया और संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया कि उनका वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए। यह कदम अधिकारियों की कार्यप्रणाली को सुधारने और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को लेकर भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर जितनी भी शिकायतें दर्ज हैं, उनका तीन दिनों के भीतर शत-प्रतिशत निस्तारण किया जाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे जनता से जुड़ी समस्याओं के समाधान में तत्परता दिखाएं और कोई भी शिकायत लंबित न रहने पाए।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज, परियोजना निदेशक राजेश यादव, वन विभाग से संबंधित अधिकारी, सामाजिक वानिकी के अधिकारी, उप जिलाधिकारी कासिमाबाद, तहसीलदार कासिमाबाद, क्षेत्राधिकारी कासिमाबाद सहित जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी अधिकारियों ने मिलकर जनता से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण किया और सभी नागरिकों को उनके समस्याओं का समाधान शीघ्र देने का भरोसा दिलाया।
गाजीपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है। जिलाधिकारी ने इस दिन के कार्यक्रम के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया कि प्रशासन द्वारा जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाएगी और जिन अधिकारियों की लापरवाही से जनता को असुविधा होती है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के लिए यह एक संदेश है कि वे अपनी जिम्मेदारी से पीछे न हटें और जनहित में काम करें।