गाज़ीपुर। जिले में 3 नवम्बर 2024 की रात लगभग 11:30 बजे एक प्राइवेट हॉस्पिटल में जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। देवकली ब्लॉक क्षेत्र के ठेहुना गांव निवासी मृतका रामप्यारी देवी (25 वर्ष) की शादी वीरेंद्र बिंद से हुई थी। रामप्यारी गर्भवती होने के कारण मायके में ग्राम सभा संकरा में रह रही थी। हाल ही में तबीयत खराब होने पर उसे गाज़ीपुर शहर स्थित अमन हॉस्पिटल में भर्ती करवाने के लिए ले जाया गया। लेकिन डॉक्टर न मिलने पर परिजनों ने उसे चंद्रशेखर नगर कॉलोनी के शिव सर्जिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
जहां इलाज के दौरान रात में उसकी और बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 4 नवम्बर की सुबह, मृतका की डेड बॉडी अस्पताल के सामने रखकर परिजनों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया।
परिजन पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। पुलिस ने बार-बार परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे पोस्टमार्टम के लिए डेड बॉडी देने से मना करते रहे। अंततः पुलिस की समझाने-बुझाने की कोशिशों के बाद, परिजनों ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए सौंपा।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है और अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई जा रही है। पुलिस प्रशासन अब मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहा है।