गाज़ीपुर। नेहरू युवा केंद्र गाज़ीपुर और युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा माय भारत के तहत जनजातीय गौरव दिवस के रूप में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती डीएवी इंटर कॉलेज के सभा कक्ष में धूमधाम से मनाई गई। इस आयोजन में विशेष रूप से भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर मलार्पण और दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। नेहरू युवा केंद्र के लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चंद्र प्रसाद ने सभी का स्वागत किया और कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन किया।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित गोष्ठी में आयुष्मान भारत के डीसी रजनीश वर्मा ने भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को सम्मानित करते हुए कहा कि धरती पर कई लोग जन्म लेते हैं, लेकिन बिरले ही ऐसे होते हैं जिनके नाम के आगे 'भगवान' जुड़ता है। उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा ने कम उम्र में ही जनजाति समुदाय को संगठित कर ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ एक विशाल आंदोलन खड़ा किया था। रजनीश वर्मा ने युवाओं से अपील की कि वे बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व और उनके कृतित्व को अपने जीवन में आत्मसात करें।
कार्यक्रम में संतोष कुमार तिवारी, प्रवक्ता ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का नाम ब्रिटिश हुकूमत और मिशनरियों के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने जनजाति समाज में अंधविश्वास, जातिवाद, नशाखोरी जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाई थी। उनका उलगुलान आंदोलन जनजातियों के अधिकारों के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ।
डीएवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हरिशंकर ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेने की बात की। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के साहस और संघर्ष ने ब्रिटिश साम्राज्य के नापाक इरादों को नाकाम किया। उनका जीवन और संघर्ष समाज में बुराईयों और कुरीतियों को मिटाने के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। इसमें पदयात्रा, निबंध, पेंटिंग और भाषण प्रतियोगिता प्रमुख थीं। विजेता प्रतिभागियों को मेडल से सम्मानित किया गया। निबंध प्रतियोगिता में अर्पित वर्मा ने प्रथम, मंजिली गुप्ता ने द्वितीय और तबस्सुम बानो ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में अमित कुमार ने प्रथम, परी वर्मा ने द्वितीय और परी शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में शालू गोस्वामी ने प्रथम, अर्पित ने द्वितीय और आफरीन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के अंत में नेहरू युवा केंद्र के पूर्व स्वयंसेवक राजीव और अन्य युवा मंडल के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता जितेंद्र कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रवक्ता विनोद कुमार ने किया।
यह कार्यक्रम भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को याद करने और उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।