मरदह, 10 नवम्बर 2024। सुभाष इण्टर कॉलेज घरिंहा में शनिवार को दो दिवसीय स्वर्ण जयंती महोत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ किया गया। विद्यालय के 50 वर्षों की सफलता की ओर बढ़ते कदमों के इस खास मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री शिवप्रताप शुक्ला बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने विद्यालय के संस्थापक स्व. दूधनाथ सिंह तथा नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद राज्यपाल महोदय ने स्वर्ण जयंती सभागार का उद्घाटन किया और परिसर में पुलिस जवानों द्वारा गार्ड आफ ऑनर ली।
मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला के आगमन के बाद, विद्यालय के बच्चों ने राष्ट्रगान गाकर देशभक्ति का संदेश दिया। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पद्मश्री प्रोफेसर आर.के. सिन्हा, पूर्व कुलपति श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय कटरा (जम्मू-कश्मीर) और प्रोफेसर प्रभाशंकर शुक्ला, कुलपति पूर्वोत्तर पर्वतीय केन्द्रीय विश्वविद्यालय शिलांग (मेघालय) ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण, अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट करके किया गया। विद्यालय परिवार ने इस अवसर पर संस्थापक सदस्यों, अवकाश प्राप्त शिक्षकों, कर्मचारियों और पुरातन 15 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इसके साथ ही विद्यालय की स्वर्ण जयंती पत्रिका का विमोचन और नवनिर्मित स्वामी विवेकानंद स्वर्ण जयंती सभागार का भी लोकार्पण किया गया।
मुख्य अतिथि राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान का पचास वर्ष पूर्ण होना एक गर्व की बात है। ऐसे आयोजनों से समाज में समरसता और शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ती है। उन्होंने शिक्षकों से आवाहन किया कि वे अपने जीवन को समर्पित करते हुए छात्रों के बीच भेदभाव न करें, ताकि एक सशक्त और मजबूत समाज का निर्माण हो सके। राज्यपाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि उनका कार्य देश के इतिहास में अमिट रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सुभाष इण्टर कॉलेज से शिक्षा प्राप्त छात्र-छात्राएं देशभर में अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से देश की प्रगति में योगदान दे रहे हैं।
इस मौके पर विद्यालय के प्रबंधक कलावती सिंह, प्रधानाचार्य उदयनरायण सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, डॉ. सानंद सिंह, वरिष्ठ शिक्षक एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर हरिकेश सिंह, पूर्व कुलपति ने की और संचालन वकील हाईकोर्ट पवन कुमार सिंह ने किया।
यह कार्यक्रम विद्यालय के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने न केवल शैक्षिक उपलब्धियों को मान्यता दी, बल्कि स्कूल के 50 वर्षों की समृद्धि और समाज में योगदान को भी सराहा।