गाजीपुर। महाराष्ट्र विधानसभा और उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भाजपा-एनडीए गठबंधन की जोरदार जीत पर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुशी का इज़हार करते हुए जोरदार उत्सव मनाया। जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में मिश्र बाजार स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और इस विजय का जश्न धूमधाम से मनाया गया। कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर नारे लगाए, पटाखे फोड़े और मिठाई बांटकर अपनी खुशी जाहिर की।

भाजपा नेताओं की प्रतिक्रियाएं

भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने इस जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व पर जनता के विश्वास का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "विपक्ष के झूठ और भ्रम को जनता ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा सरकार ने विकास और जनकल्याण के जरिए जनता का विश्वास जीता है।" उन्होंने यह भी कहा कि यह जीत भाजपा के कार्यों की सच्चाई को साबित करती है और विपक्ष की नकारात्मकता को नकार देती है।

काशी क्षेत्र की उपाध्यक्ष और मिर्जापुर जिले की प्रभारी सरोज कुशवाहा ने कहा कि यूपी की जनता विपक्षी दलों के प्रचार के जाल में नहीं फंसी। उन्होंने कहा, "भाजपा ने निष्पक्ष और पारदर्शी शासन का उदाहरण प्रस्तुत किया है, और जनता को यही भरोसा पसंद है। भाजपा ने हमेशा जनता की भलाई के लिए काम किया है।" नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनकल्याणकारी नीतियों ने जनता का भरोसा और विश्वास मजबूत किया है।

कार्यक्रम में प्रमुख लोग शामिल

इस कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, जिला मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा, शैलेश कुमार राम, अनुप खरवार, साधना राय, रास बिहारी राय, अभिनव सिंह, समरेन्द्र सिंह, नितिश दूबे, राजन प्रजापति, नंदू कुशवाहा, रूपेश सिंह, विशाल चौरसिया, कमलेश श्रीवास्तव, दीपाक जासवाल और प्रशांत जायसवाल के अलावा बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता इस उत्सव में शामिल हुए।

उत्सव का माहौल

कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भाजपा की नीतियों और नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया। नारेबाजी और मिठाई बांटने के साथ उत्सव का माहौल पूरे जिले में छाया रहा। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के विकास कार्यों को और तेजी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया और जनता के विश्वास को बनाए रखने की कड़ी मेहनत करने का भी वचन लिया।

यह विजय न केवल भाजपा के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह एक बड़ा उत्साह का कारण भी बनी, जिससे उनकी निष्ठा और मेहनत को और बल मिला।