दादरी घाट/ गाजीपुर - 13 नवंबर 2024, भारत की सांस्कृतिक धरोहर और नदियों के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से आयोजित "प्रधानमंत्री रैली एनसीसी विशेष नौकायन अभियान" (लेग 3) आज दादरी घाट, गाजीपुर पहुंच गया। यह अभियान "भारतीय नदियाँ: सभ्यताओं की जननी" के थीम के तहत नदियों के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व को उजागर कर रहा है।
दादरी घाट पर आज आयोजित एक भव्य स्वागत समारोह में, 92 यूपी बटालियन एनसीसी के कमान अधिकारी और सूबेदार मेजर ने अभियान में शामिल कैडेट्स का हार्दिक स्वागत किया। इस अभियान का उद्देश्य न केवल राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट्स को एकजुट करना है, बल्कि भारतीय नदियों के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना भी है। इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के कुल 72 एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं। उनके साथ 50 स्टाफ सदस्य भी हैं, जो पूरे अभियान के दौरान उनका मार्गदर्शन और समर्थन कर रहे हैं।
अभियान की शुरुआत चोचकपुर घाट से हुई थी और अब यह दादरी घाट पहुंच चुका है। इस दौरान, कैडेट्स ने विभिन्न नदियों के किनारे स्थित स्थानों पर रुककर वहां के इतिहास, संस्कृति और पारंपरिक महत्व के बारे में स्थानीय समुदाय से संवाद स्थापित किया। साथ ही, ये कैडेट्स नदियों को संरक्षित करने की आवश्यकता और उनके महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चला रहे हैं।
इस अभियान में शामिल कैडेट्स के लिए यह यात्रा एक न केवल साहसिक कार्य है, बल्कि भारतीय संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा के प्रति उनके दायित्व को समझने का एक अहम अवसर भी है। कैडेट्स विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय नदियों की जलवायु और पारिस्थितिकी पर होने वाले प्रभाव के बारे में स्थानीय लोगों को जागरूक करेंगे। इसके अतिरिक्त, इस यात्रा के दौरान उन्हें सामाजिक जिम्मेदारी, नेतृत्व और टीम वर्क के महत्व का भी अहसास होगा।
दादरी घाट में आज रात्रि विश्राम के लिए गाजीपुर स्थित पीजी कॉलेज में प्रबंध किया गया है। 14 नवंबर को इस अभियान का अगला चरण गहमर के लिए रवाना होगा, जहां पर कैडेट्स और स्थानीय लोग आगे भी नदियों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को सुरक्षित रखने के महत्व को लेकर संवाद करेंगे।
इस अभियान के माध्यम से प्रधानमंत्री रैली एनसीसी विशेष नौकायन अभियान न केवल भारतीय नदियों की अहमियत को रेखांकित कर रहा है, बल्कि यह नदियों के संरक्षण की दिशा में एक मजबूत कदम भी है। यह अभियान एनसीसी कैडेट्स को अपनी भूमिका और जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें भारतीय नदियों और संस्कृति से गहरे जुड़े रहने की प्रेरणा देता है।
जैसे-जैसे यह अभियान आगे बढ़ेगा, यह एनसीसी के कैडेट्स को भारतीय नदियों और पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति प्रेरित करेगा और भारतीय संस्कृति की समृद्धि को संरक्षित करने में मदद करेगा।