झाड़-फूंक से नहीं ठीक होता मानसिक रोग- डा. रवि रंजन
गाजीपुर के जमानियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरूईन के प्रांगण में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य मेले का शुभारंभ करते पालिका अध्यक्ष और एडिशनल सीएमओ मनोज कुमार ने की। मिर्गी दिवस के अवसर पर 12 नवम्बर को क्षेत्र के बरूईन गांव के सामने स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर और मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष और एडिशनल सीएमओ मनोज कुमार ने फीता काटकर इसका शुभारंभ किया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्सक डा, रवि रंजन ने कहा कि मिर्गी से पीड़ित मरीजों को झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। मानसिक रोग विशेषज्ञ को दिखाकर इलाज कराना चाहिए। उन्होंने मिर्गी के लक्षण, कारण एवं उपचार के बारे में लोगों को बताया। इस दौरान डा, रवि रंजन ने कहा कि इसके मुख्य लक्षण हाथ पैर में झटके आना, बेहोशी के दौरे आना, मुँह से झाग निकलना, जुबान जकड़ना हैं। समय पर इलाज होने पर मरीज स्वस्थ्य हो सकता है। ने बताया की मिर्गी आने पर लोगों को हवा आने दें। आराम से दाहिने करवट में लेटा दें। आग और पानी के पास ऐसे रोगियों को न जाने दें। डा, घनश्याम ने कहा कि इसके लिए लोगों को जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोजित इस मेले का मकसद गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देना है। कहा कि मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन का मकसद, सुरक्षात्मक कारकों को बढ़ाना और स्वस्थ व्यवहारों को प्रोत्साहित करना होता है।नियमित व्यायाम करने से तनाव कम होता है। नींद अच्छी आती है। और मानसिक बीमारी से उबरने में मदद मिलती है। तथा मानसिक बीमारी का निदान करने के लिए अपने लक्षणों के बारे में डॉक्टर से विस्तार से बात करनी चाहिए। ताकि मानसिक रोग चिकित्सक उसी के तहत मरीज का इलाज कर सके। और मानसिक स्वास्थ्य विकारों में सोच, भावना, और या व्यवहार की गड़बड़ी पैदा ना हो सके।