गाज़ीपुर, 5 नवम्बर। आगामी डाला छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी महोदया और पुलिस अधीक्षक महोदय ने शहर के प्रमुख घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई और अन्य आवश्यक सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया, ताकि महापर्व को शांति और सुरक्षा के साथ मनाया जा सके।
डाला छठ महापर्व, जो कि विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है, बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य देवता और उनकी उपासक 'छठ मइया' की पूजा का अवसर है। गाज़ीपुर जिले में भी हर वर्ष लाखों श्रद्धालु इस पर्व को मनाते हैं और घाटों पर पूजा-अर्चना करते हैं। इस बार भी प्रशासन ने इस पर्व को लेकर विशेष तैयारियाँ की हैं।
जिलाधिकारी महोदया और पुलिस अधीक्षक महोदय के नेतृत्व में अधिकारियों ने कोतवाली थाना क्षेत्र के प्रमुख घाटों का दौरा किया। पवहारी बाबा घाट, पत्थर घाट, नवापुरा साई घाट, मन्दिर घाट, ददरी घाट, कलेक्टर घाट और चीतनाथ घाट जैसे प्रमुख घाटों का निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने इन घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ जलस्तर की स्थिति, साफ-सफाई और भीड़ नियंत्रण के उपायों का अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सभी घाटों पर सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित करने की बात कही। इस दौरान घाटों पर सशस्त्र पुलिस बल और तैराकों की तैनाती का निर्णय लिया गया, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके। साथ ही, प्रशासन ने घाटों के आसपास पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने की योजना बनाई है ताकि रात के समय किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।
इसके अलावा, जलस्तर की स्थिति का भी गहराई से विश्लेषण किया गया। अधिकारियों ने कहा कि जलस्तर पर नजर रखने के लिए स्थानीय प्रशासन को अलर्ट किया गया है, ताकि यदि पानी का स्तर बढ़े तो श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला जा सके।
डाला छठ महापर्व के दौरान घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होती है, जिससे सफाई व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है। जिलाधिकारी ने घाटों की साफ-सफाई और गंदगी की समस्या को गंभीरता से लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर घाट की साफ-सफाई का काम पहले ही पूरा कर लिया जाए। साथ ही, चेंजिंग रूम और महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम करने की बात कही गई।
अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि घाटों पर भक्तों के लिए आवश्यक सुविधाएँ जैसे पीने का पानी, शौचालय, और चिकित्सा सहायता की व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त हो।
निरंतर बढ़ती श्रद्धालु संख्या और बड़े पैमाने पर होने वाली भीड़ को देखते हुए जिलाधिकारी महोदय और पुलिस अधीक्षक महोदय ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था, लूटपाट, या नशे के सेवन को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि पुलिस बल की तैनाती केवल सुरक्षा तक ही सीमित नहीं होगी, बल्कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए भी पूरी कोशिश की जाएगी।
इस निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने यह सुनिश्चित किया कि प्रशासन पूरी तरह से डाला छठ महापर्व के लिए तैयार है। सुरक्षा व्यवस्था, सफाई, जलस्तर की निगरानी, और यातायात प्रबंधन पर पूरी तरह से ध्यान दिया जा रहा है। वे लगातार स्थिति पर नजर रखेंगे ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर, मुख्य विकास अधिकारी गाज़ीपुर, उप जिलाधिकारी नगर, क्षेत्राधिकारी नगर और प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मय फोर्स भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की और आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन डाला छठ महापर्व को लेकर पूरी तरह से सतर्क और तैयार है। श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुखमय अनुभव देने के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पर्व के दौरान सभी तैयारियाँ कितनी सफल साबित होती हैं।
डाला छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर प्रशासन की सतर्कता और सुरक्षा के प्रति गंभीरता साफ दिखाई देती है। इस पर्व के दौरान गाज़ीपुर में श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा, साफ-सफाई के उपायों पर पूरी नजर रखी जाएगी, ताकि यह महापर्व हर किसी के लिए एक सुखद और सुरक्षित अनुभव बन सके।