मिट्टी खनन का कारोबार खनन माफिया बेखौफ प्रशासन मौन
गाजीपुर के जमानियां एन एच 24 सड़क मार्ग से सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों ट्रैक्टर के माध्यम से मिट्टी खनन का अवैध कार्य जोरों पर देखा जा सकता है। खनन माफिया धरती का सीना चीर रहे हैं। जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। इस समस्या पर लगाम लगाने को लेकर जिम्मेदार खनन माफियाओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। स्थानीय प्रशासन मौन बैठा हुआ है। लोगों का आरोप है कि खनन माफिया अधिकारियों की मिली भगत बनाकर मोटी रकम देकर अवैध धंधा कर रहे हैं। सुबह से लेकर शाम और रात्रि समय ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी खनन कर राजस्व विभाग को चूना लगाया जा रहा है। यह सब कोतवाली पुलिस और तहसील प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है। इस अवैध खनन पर खनन अधिकारी भी अपनी आंखें बंद कर रखी हैं। जब कि यह खनन माफिया इतने बेखौफ हो गए हैं। कि कोतवाली के बगल से ही मिट्टी भरे हुए ट्रैक्टर तेज रफ्तार सरपट भरते रहते हैं। लेकिन कोतवाली और तहसील प्रशासन परवाह है। जिसके चलते पुलिस तहसील प्रशासन का डर नही के बराबर देखा जाता है। जगह-जगह खनन का कार्य जोरों पर चल रहा है। जिसके कारण तहसील प्रशासन व पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। लोगों का कहना है कि भोर पहर से रात्रि तक पक्का पुल के रास्ते ट्रैक्टर-ट्राली कोतवाली गेट के सामने एन एच 24 सड़क मार्ग पर देखे जा सकता हैं। सूत्रों की माने तो खनन माफिया खेतो की भरने के लिए जेसीबी ट्रैक्टर-ट्राली आवाजाही लगा रहता है। लेकिन कोतवाली पुलिस एवं तहसील प्रशासन खनन माफियाओं के सामने नतमस्तक होता दिखाई दे रहा है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अशेष नाथ सिंह ने बताया कि इस संबंध किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।