गाज़ीपुर/ गोविंदपुर। बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट के संस्थापक और समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने गोविंदपुर ग्राम सभा में 30 गरीब परिवारों के घरों का सर्वे कराया है, ताकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इन परिवारों को आवास मिल सके। इस सर्वे को लेकर संस्था ने ग्राम सभा में विशेष अभियान चलाया है, जिसका उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि आवास के लिए पात्र गरीब परिवारों को सही तरीके से सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके।

इस सर्वे में संस्था के सहयोगी राहुल शर्मा, संतोष राजभर, नंदलाल सिपाही भी शामिल रहे। सर्वे के पूरा होने के बाद, संस्था ने इस सर्वे की छाया प्रति बीडीओ मरदह, सचिव, पंचायती राज अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) गाज़ीपुर को सौंपने का निर्णय लिया है।

राजकुमार मौर्य ने बताया कि उनकी संस्था हमेशा से भ्रष्टाचार मुक्त गांव बनाने के लिए काम कर रही है, और इस दिशा में महिलाओं की अहम भूमिका होती है। उन्होंने बताया कि संस्था लगातार सरकार की योजनाओं को सफलता की ओर अग्रसर करने के लिए काम कर रही है। उनका मानना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब परिवारों को घर मिलना, उनके जीवन स्तर में सुधार लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गरीबों को अपना घर मुहैया कराना है। इस योजना की शुरुआत 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इस योजना के तहत, सरकार उन परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है जिनके पास खुद का घर नहीं है। इसका उद्देश्य 2023 तक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले हर परिवार को अपना घर देने का था, जिसे बड़े पैमाने पर पूरा भी किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने कई जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें प्रधानमंत्री किसान योजना, eShram योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और अटल पेंशन योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं, जो गरीब और जरूरतमंदों के जीवन में सुधार लाने के लिए बनाई गई हैं।

समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने इस सर्वे के माध्यम से सरकार की योजनाओं को सही तरीके से लागू करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उनका उद्देश्य है कि हर गरीब परिवार को उनके अधिकार का लाभ मिल सके और उनका जीवन बेहतर हो सके।